लखनऊ, कैनविज टाइम्स संवाददाता। भारतीय डाक विभाग के द्वारा बुधवार को हजरतगंज स्थित चीफ पोस्ट मास्टर जनरल कार्यालय के मंथन हाल में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें प्रेसवार्ता में बताया गया कि उत्तर प्रदेश राज्य 17954 डाकघरों और 61566 कर्मचारियों के साथ उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल उत्तर प्रदेश के लोगो को सेवाएं प्रदान करने का एक लम्बा इतिहास है। 09 अक्टूबर को पूरे विश्व में डाक दिवस मनाया जाता है, इसी क्रम में भारतीय डाक विभाग प्रत्येक वर्ष 07 से 11 अक्टूबर तक राष्ट्रीय डाक सप्ताह मनाता है। जिसमें प्रत्येक दिन विशेष सेवा के लिए समर्पित रहता है। इसमें 07 अक्टूबर को मेल और पार्सल दिवस, 08 अक्टूबर को फिलैटली दिवस, 09 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस, 10 अक्टूबर को अंत्योदय दिवस व 11 अक्टूबर को वित्तीय सशक्तिकरण दिवस मनाया जाएगा। बताया कि पत्र पार्सल की डिलीवरी को बेहतर और सुदृढ़ बनाने के लिए विभाग ने पूरे राज्य में 16 नोडल डिलवरी सेन्टर स्थापित किए है, इसके पीछे मूल उद्देश्य है कि पत्रों की डिलीवरी एक नोडल डिलीवरी सेन्टर से की जाए। जिससे डिलीवरी को अधिक प्रभावी एवं डिलीवरी की वास्तविक स्थिति के बारें में लाइव अपडेट की सुविधा मिलती रहे। डिलीवरी की सूचना को एस एम एस के जरिए प्रेषक को भी दी जाती है। पार्सल की सुचारू और तेज प्रोसेसिंग के लिए यूपी में 17 पार्सल प्रोसेसिंग हब है। वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में भी विभाग सक्रिय भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में करीब 2.99 करोड़ सक्रिय खाते है। खाताधारक अब प्रत्यक्ष बैंक ट्रांसफर के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में सक्षम है।
उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल में 15418 शाखा डाकघर है। जिनमें 224 डाकघर एल. डब्ल्यू. ई. क्षेत्रों में खोले गए है। बीओ के माध्यम से विभाग न केवल बचत खाते, बीमा कवर, आधार, पासपोर्ट सेवा, बैंकिंग व रेलवे टिकटों की बुकिंग आदि की सुविधा प्रदान कर रहा है। उत्तर प्रदेश में लगभग 1419 आधार केन्द्र है, जहां कोई भी व्यक्ति अपना आधार अपडेट/नामांकन करा सकता है। उत्तर प्रदेश में आधार अपडेट/नामांकन में 42.19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रेसवार्ता के दौरान आलोक ओझा प्रवर अधीक्षक रेलवे मेल सेवा, पोस्ट मास्टर जनरल मुख्यालय परिक्षेत्र सुनील कुमार राय, पोस्ट मास्टर जनरल मेल व बीडी अशोक कुमार यादव, चीफ़ पोस्ट मास्टर जनरल प्रणव कुमार, मुख्य महाप्रबंधक राजेन्द्र प्रसाद, निदेशक मुख्यालय प्रवीन कुमार मौजूद रहे।