लखनऊ ।कहते हैं कि जब अपने ही अपनो को नजरअंदाज करें तो इनके खिलाफ भी खड़ा होकर आवाज बुलंद करनी पड़ती है ऐसा ही नजारा राजधानी लखनऊ के चौपटिया क्षेत्र में आचार्य नरेंद्र देव वार्ड से सामने आया है यहां से भाजपा के पार्षद ने नगरनिगम की अनदेखी से आजिज़ आ कर जन समस्या दूर कराने के लिए ही खुद ही धरने पर बैठ गए हालांकि उनके धरने पर बैठने से समस्या तो दूर हो गई लेकिन पार्षद मनीष रस्तोगी को धरने पर क्यों बैठना पड़ा ये मामला रोचक है।बताया जा रहा है कि आचार्य नरेंद्र देव वार्ड में पिछले दो महीने से नाली का पानी सड़क पर बेतरतीब तरीके से बह रहा था नगर निगम से स्थानीय लोगों ने कई बार शिकायत भी की लेकिन हुआ कुछ नहीं और उसी रास्ते से 7 तारीख को जगन्नाथ जी की रथ यात्रा भी निकलनी थी इसी कारण जब स्थानीय लोगों की बात नहीं सुनी गई तो वहां के पार्षद ने उनका साथ देते हुए धरने का सहारा लिया जब पार्षद धरने पर बैठा हो वो भी सत्तादल का तो ऐसे में नगर निगम भला अपना काम कैसे ना करता अब आनन फानन ने नाली तो सफा हो गई पर ये रहती कब तक है ये नहीं कहा जा सकता हालांकि अधिकारी बता रहे हैं अब नाली चोक नहीं होगी लेकिन यहां कहना सिर्फ इतना ही है कि क्या विभाग भी सिर्फ सत्ता दल के लिए काम करेगा या आम जनता के दर्द को भी समझेगा अगर समझा होता तो पार्षद जी को धरने पर ना बैठना पड़ता