डिजिटल डेस्क : कोरोना वायरस महामारी के दौरान अलग-अलग वेरिएंट सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो अब भी सेकेंड वेव का असर जारी है। इस बीच थर्ड वेव कब तक आ सकता है, इस पर अलग-अलग राय है। पहले से ही लोगों को विशेष सतर्क रहने की सलाह विशेषज्ञ दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि कोविड की तीसरी लहर से निपटने के लिए टीकाकरण कार्यक्रम का विस्तार, मास्क का उपयोग और प्रभावी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। महामारी की संभावित तीसरी लहर का मुकाबला करने के उपायों में अस्पतालों में सुविधाओं का विस्तार करना भी शामिल है। कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर में मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति और अन्य सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए सरकार भी प्रयास कर रही है।
आगामी 6 सप्ताह के मध्य दे सकता है दस्तक
डॉ.सुष्मिता रॉय चौधरी,पल्मोनलॉजी, फोर्टिस हॉस्पिटल ने कहा कि थर्ड वेव पूरी तरह से हमारे व्यवहार पर निर्भर है। अधिकतम लोगों के वैक्सीनेशन के दायरे में आने पर इसका असर कम किया जा सकेगा। ऐसी संभावना है कि आगामी 6 सप्ताह के मध्य तक कोविड का थर्ड वेव दस्तक दे सकता है, यदि हमने कोविड प्रोटोकॉल का पालन सही ढंग से नहीं किया।
डॉ. राजेश कुशवाहा, ऑर्थोपैडिक सर्जनकहते हैं कि इससे पहले कि थर्ड वेव दस्तक दे, हमें बचाव के सारे उपाय करने होंगे। वैसे कोविड महामारी के असर से प्रायः हर वर्ग प्रभावित हुआ है, हालांकि बच्चों पर असर कम हो, इसके लिए विशेष सतर्कता बरतनी होगी।
1300 पेडियाट्रिक आईसीयू बेड बढ़ा रही सरकार
राज्य सरकार की ओर से थर्ड वेव के दौरान बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका के मद्देनजर ठोस उपाय किए जा रहे हैं। इसके तहत 1300 पेडियाट्रिक आईसीयू बेड बढ़ाए जा रहे हैं। इसके अलावा 350 एसएनसीयू बेड, महिलाओं के लिए 10 हजार सामान्य बेड रिजर्व रखे जा रहे हैं। सरकार की ओर से यह भी प्रयास किया जा रहा है कि 2000 पेडियाट्रीक इंटेशिव केयर यूनिट (पीकू), 700 निओ नेटल इंटेशिव केयर यूनिट्स (नीकू) तैयार रखे जाएं।
अस्पतालों में बेड के लिए तैयारी सरकार की
-सामान्य बेड-10000
-पेडियाट्रीक आईसीयू बेड-1300
-पीकू बेड-2000
-नीकू बेड- 700