कैनविज टाइम्स, धर्म डेस्क। आज 24 अप्रैल 2025, गुरुवार को वैशाख मास की कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि है जिसे वरूथिनी एकादशी के रूप में मनाया जा रहा है। यह पावन व्रत इस बार ब्रह्म योग और इंद्र योग जैसे शुभ संयोग में आ रहा है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ गया है। यह दिन भगवान विष्णु की आराधना और पापनाशक व्रत के लिए अत्यंत पुण्यकारी माना गया है।
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आज का पंचांग:
• तिथि: कृष्ण पक्ष एकादशी
• वार: गुरुवार
• नक्षत्र: शतभिषा (दोपहर 10:49 बजे तक)
• योग: ब्रह्म (दोपहर 3:55 बजे तक), इसके बाद इंद्र योग
• करण: बालव
• सूर्योदय: 5:47 AM
• सूर्यास्त: 6:45 PM
• चंद्रमा: कुंभ राशि में
• राहुकाल: दोपहर 2:58 से 3:36 बजे तक
• अभिजीत मुहूर्त: 11:56 AM से 12:44 PM तक
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वरूथिनी एकादशी का महत्व:
वरूथिनी एकादशी को विशेष रूप से पापों के विनाश, सौभाग्य की प्राप्ति और मोक्ष हेतु श्रेष्ठ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान विष्णु की विधिपूर्वक पूजा करने और व्रत रखने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
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पूजा विधि:
1. प्रातःकाल स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
2. भगवान विष्णु की प्रतिमा या चित्र पर पुष्प, चंदन, धूप-दीप अर्पित करें।
3. “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
4. तुलसी पत्र व पंचामृत से भोग लगाएं।
5. रात्रि में जागरण कर विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
6. व्रत का पारण अगले दिन द्वादशी तिथि में करें।