कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।कुंभ मेला, जो हर 12 साल में आयोजित होता है, भारतीय संस्कृति और धार्मिक आस्था का एक विशाल और ऐतिहासिक आयोजन है। 2025 में होने वाले कुंभ मेला में प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए विशेष कदम उठाए हैं। पहली बार कुंभ मेले में महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुरक्षा इकाइयां बनाई जाएंगी, ताकि वे पूरी सुरक्षा और सहजता से इस धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा बन सकें।
महिला सुरक्षा इकाइयों की प्रमुख विशेषताएँ:
1. महिला पुलिस बल का गठन:
कुंभ मेला क्षेत्र में महिला पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम तैनात की जाएगी। ये पुलिसकर्मी महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा प्रदान करेंगे और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता देने के लिए तैयार रहेंगे।
2. महिला हेल्पलाइन और सपोर्ट केंद्र:
कुंभ मेले के विभिन्न स्थानों पर महिला हेल्पलाइन नंबर और सपोर्ट केंद्र स्थापित किए जाएंगे। जहां महिलाएं अपनी शिकायतें दर्ज कर सकेंगी और तत्काल मदद प्राप्त कर सकेंगी।
3. महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग शौचालय और विश्राम स्थल:
प्रशासन द्वारा महिला श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ और सुरक्षित शौचालयों के साथ-साथ विश्राम स्थल भी बनाए जाएंगे, ताकि उन्हें कोई असुविधा न हो और वे स्वतंत्र रूप से मेले का आनंद ले सकें।
4. सीसीटीवी कैमरे और निगरानी प्रणाली:
कुंभ मेला क्षेत्र में महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरों और निगरानी प्रणाली को अद्यतन किया जाएगा। इन कैमरों से सभी गतिविधियों पर नज़र रखी जाएगी और महिला श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा।
5. महिला सुरक्षा जागरूकता अभियान:
कुंभ मेला से पहले और दौरान प्रशासन महिला श्रद्धालुओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करेगा। इसके तहत विभिन्न अभियान चलाए जाएंगे, ताकि महिलाएं अपने अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में जान सकें।
6. महिला फर्स्ट एड किट और मेडिकल टीमें:
महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग से प्राथमिक चिकित्सा किट उपलब्ध कराई जाएगी, साथ ही महिला डॉक्टरों और मेडिकल टीमों को तैनात किया जाएगा, ताकि किसी भी स्वास्थ्य समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके।
लक्ष्य और उद्देश्य:
इस विशेष सुरक्षा योजना का उद्देश्य महिला श्रद्धालुओं को अधिकतम सुरक्षा प्रदान करना है, ताकि वे बिना किसी डर और असुविधा के कुंभ मेला के धार्मिक आयोजनों में भाग ले सकें। यह कदम प्रशासन के महिला सशक्तिकरण और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।