– लखनऊ विश्वविद्यालय में हुआ सिमुलेशन लैब का उद्घाटन
लखनऊ, कैनविज टाइम्स संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रबंधन संकाय ने अपने नवस्थापित सिमुलेशन लैब के उद्घाटन के साथ एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। यह अत्याधुनिक सुविधा प्रबंधन छात्रों के लिए शिक्षा के अनुभव को पूर्णतः नया स्वरूप देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। सिमुलेशन लैब अकादमिक शिक्षण और वास्तविक व्यावसायिक परिदृश्यों के बीच की खाई को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह छात्रों को एक सुरक्षित वातावरण में सिद्धांतों को व्यवहार में उतारने, निर्णय लेने की क्षमता, आलोचनात्मक सोच और उद्योग की मांगों के अनुरूप तैयार होने का अवसर प्रदान करती है। इस पहल के पीछे कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय की दूरदर्शी सोच और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता है।

उनका निरंतर प्रयास रहा है कि विश्वविद्यालय में छात्रों को उद्योग-उन्मुख सुविधाएं मिलें, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का आत्मविश्वास के साथ सामना कर सकें। सिमुलेशन लैब की स्थापना उन्हीं के मार्गदर्शन का प्रतिफल है। उद्घाटन समारोह की शुरुआत मुख्य अतिथि प्रोफेसर आलोक कुमार राय के आगमन से हुई। उनके साथ प्रो वाइस चांसलर प्रोफेसर मनुका खन्ना, विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्रगण उपस्थित रहे। प्रबंध अध्ययन संकाय की अधिष्ठाता प्रोफेसर संगीता साहू ने इस परिवर्तनकारी पहल पर प्रसन्नता व्यक्त की और छात्रों के भविष्य के निर्माण में इसके योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कुलपति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उनके मार्गदर्शन और समर्थन को इस परियोजना की सफलता का आधार बताया।

इसके पश्चात प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने मुख्य भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अपने शैक्षणिक जीवन में देखे गए परिवर्तनों का उल्लेख करते हुए सिमुलेशन लैब को समय की मांग बताया। उन्होंने कहा कि आज के वैश्विक, जटिल और प्रतिस्पर्धात्मक व्यावसायिक वातावरण में छात्रों को केवल पुस्तक ज्ञान नहीं, बल्कि व्यवहारिक अनुभव और निर्णय लेने की क्षमता भी चाहिए, और सिमुलेशन जैसी पहलें इसी दिशा में कारगर हैं। इसके साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय में प्रगति और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण दिन के रूप में, कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा विभिन्न सुविधाओं का उद्घाटन किया गया। प्रमुख उद्घाटनों में वर्क्स विभाग में स्थित विश्वेश्वरैया सेमिनार हॉल, 1250 केवीए का कॉम्पैक्ट विद्युत सबस्टेशन, तथा 11 केवीए एचटी भूमिगत केबल का लोकार्पण शामिल रहा, जिससे विश्वविद्यालय की अधोसंरचना को सुदृढ़ किया गया है।

इसके अतिरिक्त, रसायन विज्ञान विभाग में पी.सी. रे सेंट्रल फैसिलिटी फॉर कंप्यूटेशनल रिसर्च तथा भौतिकी विभाग में एक नया शोध केंद्र भी उद्घाटित किए गए, जिनसे वैज्ञानिक नवाचार और अनुसंधान क्षमताओं को बल मिलेगा। इसी क्रम में, राजनीति विज्ञान विभाग में प्रो. वी.एस. राम म्यूज़ियम का भी प्रोफेसर आलोक कुमार राय द्वारा उद्घाटन किया गया, जो विभाग की शैक्षणिक और ऐतिहासिक विरासत को सम्मानित करता है।
