कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
गाजियाबाद में फर्जी दूतावास मामले में गिरफ्तार हर्षवर्धन जैन का संबंध एक अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह से सामने आया है, जिसके तार तुर्की और लंदन तक जुड़े हैं। एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि हर्षवर्धन, लंदन में बसे तुर्की नागरिक एहसान अली सैयद के साथ मिलकर शेल कंपनियों के माध्यम से करोड़ों की हवाला और वित्तीय धोखाधड़ी कर रहा था। दोनों ने इंग्लैंड, यूएई, मारीशस और कैमरून सहित कई देशों में कंपनियां पंजीकृत कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया। हर्षवर्धन के दुबई, मारीशस और इंग्लैंड में कुल 10 बैंक खातों की जानकारी सामने आई है, जिनकी जांच जारी है। जांच में यह भी सामने आया कि चंद्रास्वामी ने हर्षवर्धन की मुलाकात सऊदी के आर्म्स डीलर अदनान खगोशी और एहसान अली सैयद से कराई थी। एहसान, यूरोप का बड़ा ठग बताया जा रहा है, जिसने स्विटजरलैंड में 16 कंपनियों को लोन दिलाने के नाम पर 300 करोड़ की दलाली ली और फरार हो गया। लंदन कोर्ट ने जुलाई 2023 में उसे स्विटजरलैंड प्रत्यर्पित करने की अनुमति दी थी और वहां की ज्यूरिख कोर्ट ने उसे 6.5 साल की सजा सुनाई है। एसटीएफ अब हवाला नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों और पैसे के स्रोतों की जांच कर रही है।