कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान ने हाल ही में भारत के खिलाफ किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई न करने का स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, भारत के खिलाफ कभी सैन्य कार्रवाई नहीं करेगा, क्योंकि दोनों देशों के बीच कई तरह के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक संबंध हैं, जिन पर बांग्लादेश का भविष्य निर्भर करता है।
भारत-बांग्लादेश संबंधों में मजबूती की दिशा में बयान
जनरल वाकर-उज-जमान ने भारतीय मीडिया से बात करते हुए यह भी कहा कि बांग्लादेश अपने पड़ोसी भारत के साथ सहयोग और संबंधों को प्राथमिकता देता है। दोनों देशों के बीच अच्छे रिश्ते केवल सैन्य स्तर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और मानवाधिकार जैसे मुद्दों पर भी उनकी साझेदारी है।
उन्होंने यह भी बताया कि बांग्लादेश ने हमेशा क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए भारत के साथ मिलकर काम किया है। उनका मानना है कि दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग से दक्षिण एशिया में स्थिरता और विकास को बढ़ावा मिलता है। जनरल वाकर ने भारत के साथ रक्षा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया।
पाकिस्तान से संबंध और दक्षिण एशियाई सुरक्षा
जनरल वाकर ने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की ओर से उत्पन्न होने वाले सुरक्षा खतरों को लेकर बांग्लादेश अपने रक्षा और सैन्य नीति को समायोजित करता है। बांग्लादेश और भारत दोनों ही पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से अवगत हैं, और इसलिए उन्होंने सीमाओं पर सहयोग और संयुक्त सैन्य अभ्यास की आवश्यकता पर जोर दिया।
उन्होंने बांग्लादेश की सैन्य नीति को संतुलित और जिम्मेदार बताया, जिसमें बांग्लादेश कभी भी किसी दूसरे देश के खिलाफ सैन्य आक्रमण की योजना नहीं बनाएगा। उनका उद्देश्य केवल अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा करना और क्षेत्रीय शांति बनाए रखना है।
आर्थिक और सामाजिक सहयोग की महत्ता
जनरल वाकर ने भारत के साथ बांग्लादेश के मजबूत आर्थिक और सामाजिक रिश्तों को भी महत्व दिया। बांग्लादेश और भारत के बीच व्यापारिक संबंध दिनों-दिन मजबूत हो रहे हैं, और दोनों देशों के नागरिकों के बीच रिश्तों में भी गर्मजोशी देखने को मिल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश में बड़ी संख्या में भारतीय निवेश हैं, और दोनों देशों के नागरिक एक-दूसरे के लिए सांस्कृतिक रूप से भी अहम हैं।
इसके अलावा, बांग्लादेश ने भारत को अपनी व्यापारिक साझेदारी में एक महत्वपूर्ण भागीदार के रूप में पहचाना है, विशेषकर पूर्वी भारत के राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल और असम के साथ व्यापारिक संबंधों में वृद्धि हो रही है।
बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वाकर-उज-जमान का यह बयान भारत के खिलाफ किसी भी सैन्य गतिविधि न करने के उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है। बांग्लादेश और भारत के बीच सैन्य, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों की मजबूती दोनों देशों के लिए शांति, विकास और समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण है। बांग्लादेश की रणनीति शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, क्षेत्रीय सहयोग और अपने राष्ट्र के सुरक्षा हितों की रक्षा करने पर आधारित है।