इस्लामाबाद, एजेंसी। प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश पर बढ़ रहे कर्ज से मुक्ति पाने के लिए देशवासियों से मदद मांगी है। राष्ट्र के लिए अपने महत्वपूर्ण संदेश में इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान का कर्ज पिछले 10 वर्षों में 6000 से 30,000 बिलियन तक पहुंच गया है। उन्होंने आगे देशवासियों से अपील करते हुए कहा, ‘हमें अब टैक्स चोरी को रोकना होगा। मुझे इस बढ़ते कर्ज के खतरे को रोकने के लिए आपकी मदद चाहिए।
खान ने कहा, पाकिस्तान के कर्ज के जाल में फंसने का कारण है भ्रष्टाचार और टैक्स चोरी। उन्होंने बताया कि हम प्रति वर्ष 8,000 बिलियन इससे जमा कर सकते हैं और इसके लिए मुझे राष्ट्र के समर्थन की आवश्यकता है।
इमरान खान ने कहा ‘हम भ्रष्टाचार से निपटने के लिए तैयार है, लेकिन टैक्स के मामले में लोगों के सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने आगे देशवासियों से इस संकट से बाहर आने के लिए मदद मांगी है।
वहीं, अपने संदश में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक उदार राष्ट्र हैं और उनका राष्ट्रीय आपदाओं में बड़े पैमाने पर योगदान करने का इतिहास है।
देशवासियों से अपील करते हुए खान ने कहा कि एफबीआर(फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू) के पास लोगों की सभी संपत्तियों का पूरा रिकॉर्ड है और यह बेहतर है कि लोग किसी भी कठिनाई का सामना किए बिना अपनी संपत्ति की घोषणा करें।
मंत्रियों से भी कर चुके हैं अपील
सूचना सहायक की ओर से बताया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने बैठक कर अपने मंत्रियों को नसीहत दी कि वे पाकिस्तान की मौजूदा आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सरल जीवन शैली को अपनाकर एक बेहतरीन उदाहरण पेश करें।
बता दें कि पाकिस्तान भुगतान संतुलन को दूर करने के लिए आइएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष), विश्व बैंक और एडीबी (एशियाई विकास बैंक) जैसे कई वित्तीय संस्थानों से मदद मांग रहा है। पिछले महीने ही उसने तीन साल के लिए आइएमएफ के साथ लगभग 42 हजार करोड़ रुपये के बेलआउट पैकेज पर हस्ताक्षर किए हैं। इस बीच, पाकिस्तान के लिए अच्छी खबर यह है कि विश्व बैंक के साथ लगभग 6400 करोड़ रुपये के कर्ज का समझौता हो गया है।