सगा भाई ही निकला मनीष सिंह का हत्यारा।- कैनविज टाइम्स

0
307

लखनऊ  (वहाब उद्दीन सिद्दीक़ी) राजधानी के गाजीपुर थाना क्षेत्र में एक ऐसी घटना घटी जिसने खून के रिश्ते को तार-तार कर दिया जहां सगे भाई ने सगे भाई की संपत्ति के चक्कर में हत्या कर दी हरदोई के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात मनीष सिंह की निर्मम हत्‍या कर दी गयी। जिसकी सूचना परिजनों द्वारा पुलिस को दी गयी। पुलिस ने घटना को प्रथम दृष्टया हत्‍या केे मामले में धारा 302 अभियोग पंजीक्रत कर कार्यवाही शुरू कर दी और 2 घंटे में ही हत्या का खुलासा कर दिया। ज्ञात रहे की बृहस्पतिवार को दोपहर में थाना गाजीपुर के कलेवा चौराहा स्थित सी ब्लॉक में उस वक़्त हड़कंप मच गया था जब आवास विकास में सेक्शन अफसर के पद से रिटायर्ड सुरेश सिंह के
30 वर्षीय बेटे मनीष सिंह की गला रेत कर हत्या किए जाने की घटना सामने आई। मनीष की उसी के कमरे में धारदार हथियार से गला रेत कर हत्या की गई थी।

पिता ने बताया कि बीती रात वो अपनी ससुराल गए हुए थे और जब सुबह लौटे तो बेटे का शव देखकर दंग रह गए। बेटे की मौत से स्तम्भ मृतक के पिता सुरेश सिंह ने वारदात के पीछे किसी भी तरह की रंजिश से इन्कार किया था। घटना की ख़बर मिलते ही गाजीपुर थाने के साथ ही तीन थानों की पुलिस और तमाम अधिकारी मौके पर पहुँच गए थे। साथ ही फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड को भी बुलाया गया था । पुलिस ने मनीष के शव के पास से तमाम साक्ष्य कलेक्ट किये थे और सीसीटीवी भी चेक कर रही थी ताकि घटना का जल्द खुलासा कर हत्यारो को गिरफ्तार किया जा सके।
मृतक मनीष सिंह हरदोई के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर तैनात था। और अपने पिता व भाई के साथ लखनऊ के फ्लैट में रह रहा था। मृतक मनीष की कुछ दिन बाद ही शादी भी होने वाली थी। हत्या के पीछे वजह साफ नही हो पा रही थी कि आखिर मनीष को मौत के घाट क्यो उतारा गया और किन लोगों ने उसकी निर्मम हत्या की? पुलिस की कई टीमो को हत्यारो की तलाश में लगाया गया था। घटना की जाँच में लगी पुलिस टीम ने मात्र दो घंटे में ही घटना का खुलासा कर डाला ।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि एसपी ट्रांस गोमती और सीओ क्राइम के निर्देशन में इस घटना का खुलासा किया गया है। मौके पर पहुची पुलिस ने सीसीटीवी कैमरा व अन्‍य माध्‍यमों से सुबूत एकत्र किये तो पता चला कि मृतक के भाई ने ही अपने मित्रों के साथ मिलकर मनीष सिंह की हत्‍या की है। आरोपी मुकुंद सिंह ने पहले अपने दोस्‍तों को बताया कि मनीष सिंह उसका सगा भाई नहीं बल्कि चचेरा भाई है। जिसने उसकी मां की हत्‍या करवायी थी। तभी तीनों दोस्‍तो ने मिलकर खूनी साजिश रच डाली। मुकुंद सिंह ने पहले अपने भाई के लिए मैगी बनाई और उसमें नशीला पदार्थ मिलाकर खिला डाला। कुछ देर बाद मनीष सिंह बेहाश हो गया। उसके बाद आरोपी ने फोन कर अपने मित्र अवधेश गुप्‍ता, छत्‍तीसगढ व आकाश, गोण्‍डा को फोन कर अपने भाई के घर बुलाया। तभी तीनों दोस्‍तों ने एक साथ बियर पी और पीने के बाद अवधेश ने मनीष सिंह का पैर पकड़ा तथा आकाश सीने पर बैठ गया। उसी समय अरोपी मुकुंद ने अपने भाई का गला काट कर मौत के घाट उतार दिया।
वही एसएसपी लखनऊ ने ये भी बताया की आरोपी मुकुंद सिंह ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्‍वीकार करते हुए बताया कि मैने अपने भाई की हत्‍या दो कारणों से की है। पहला कि वो हमेशा मुझे प्रताडित करता था और दूसरा कि मनीष सिंह के न रहने पर सारी सम्‍पत्ति उसे मिल जायेगी।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here