कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क।आज 21 दिसंबर 2024 को पद्मिनी एकादशी है, जो विशेष रूप से हिंदू धर्म में महत्त्वपूर्ण मानी जाती है। इसे पद्मा एकादशी भी कहते हैं। इस दिन विशेष रूप से विष्णु पूजा और उपवासी रहने का महत्व होता है। यह पूजा विशेष रूप से सुख, समृद्धि और मोक्ष के लिए की जाती है।
पद्मिनी एकादशी पूजा का महत्व
पद्मिनी एकादशी का महत्व उन लोगों के लिए है जो पापों से मुक्ति पाने के लिए श्रद्धा और भक्ति से पूजा करते हैं। यह दिन खासकर वैष्णव भक्तों के लिए अति महत्वपूर्ण है। इस दिन श्री भगवान विष्णु की पूजा करने से भक्तों के सभी दुख समाप्त हो जाते हैं और भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
पूजा विधि:
1. उपवास – इस दिन उपवासी रहना महत्वपूर्ण होता है। उपवासी रहने से व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है।
2. स्नान और शुद्धता – प्रातःकाल उठकर स्नान करें और पवित्र होकर भगवान विष्णु की पूजा शुरू करें।
3. भगवान विष्णु का ध्यान और नाम जप – इस दिन भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी माना जाता है। सबसे प्रमुख मंत्र है:
“ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”
4. पद्मिनी एकादशी व्रत कथा – व्रत कथा सुनने या पढ़ने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
5. व्रति का पालन – इस दिन एकादशी व्रत का पालन करें, विशेष रूप से तामसिक आहार (मांसाहार, प्याज, लहसुन) से बचें और सात्विक आहार ग्रहण करें।
विशेष पूजन सामग्री:
• दीपक और अगरबत्ती
• ताजे फूल
• फल
• शंख और जल
इस दिन का फल:
पद्मिनी एकादशी के दिन उपवासी रहने और विधिपूर्वक पूजा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और उसके सारे पाप समाप्त हो जाते हैं। साथ ही घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।अतः, इस दिन का व्रत और पूजा व्यक्ति के आत्मिक उन्नति के लिए अत्यंत लाभकारी मानी जाती है।