कैनविज टाइम्स,डिजिटल टाइम्स । दिल्ली पुलिस ने नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राजधानी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में की गई, जहां पुलिस ने नक्सलियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पुलिस को कई अहम सुराग और दस्तावेज़ मिले हैं, जो नक्सल गतिविधियों से जुड़े होने का संकेत देते हैं।
क्या था मामला?
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को एक लंबी जांच के बाद नक्सलियों के नेटवर्क की जानकारी मिली थी, जो दिल्ली और आसपास के इलाकों में अपनी गतिविधियों को बढ़ा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, यह नक्सली संगठन राजधानी में शहरी क्षेत्रों में अपने प्रभाव को बढ़ाने और युवाओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहा था।
स्पेशल सेल को सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन शहर में माओवादी विचारधारा को फैलाने के लिए कुछ युवाओं को अपने साथ जोड़ने की योजना बना रहा है। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने एक योजना बनाई और प्रमुख ठिकानों पर छापेमारी शुरू की।
छापेमारी और गिरफ्तारी:
दिल्ली पुलिस ने छापेमारी के दौरान कई संदिग्ध नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से कुछ की पहचान माओवादी विचारधारा से जुड़ी हुई पाई गई। पुलिस ने आरोपियों के पास से साहित्य, हथियार, और नक्सलियों के लिए प्रयुक्त होने वाले अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज़ भी बरामद किए हैं।
पुलिस के मुताबिक, यह गिरफ्तारी न केवल दिल्ली में माओवादियों की बढ़ती गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आने वाले समय में नक्सलवादी नेटवर्क के खिलाफ बड़े अभियान की शुरुआत भी हो सकती है।
दिल्ली पुलिस का बयान:
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने इन संदिग्धों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और इनके पास से मिली सामग्री से साफ संकेत मिलते हैं कि ये लोग नक्सली विचारधारा का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। हमारी अगली प्राथमिकता इस गिरोह के अन्य सदस्य और उनके संपर्कों की पहचान करना है। हम नक्सलियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और तेज करेंगे।”
अधिकारी ने यह भी बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। पुलिस ने इन लोगों से प्राप्त जानकारी के आधार पर नक्सलियों के शहर में मौजूद नेटवर्क को खत्म करने के लिए बड़े कदम उठाने की योजना बनाई है।
क्या है नक्सल गतिविधियाँ?
नक्सलवाद एक माओवादी विचारधारा से प्रेरित आंदोलन है, जो विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में सक्रिय होता है। हालांकि, पिछले कुछ सालों में नक्सल संगठन शहरी इलाकों में भी अपनी जड़ें फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, जहां वे युवाओं और शहरी नागरिकों को अपने उद्देश्य के लिए प्रेरित करते हैं। दिल्ली में नक्सलियों की बढ़ती गतिविधियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
कड़ी सुरक्षा और पुलिस की प्रतिक्रिया:
दिल्ली पुलिस की इस बड़ी छापेमारी के बाद सुरक्षा अधिकारियों ने शहर भर में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। विशेष रूप से संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी गई है और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सख्त उपाय किए गए हैं। पुलिस ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।
नक्सलियों के खिलाफ देशभर में अभियान:
यह छापेमारी दिल्ली पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, लेकिन यह देशभर में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही व्यापक मुहिम का हिस्सा भी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकारों ने नक्सलियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए पुलिस बलों को निर्देशित किया है, और कई राज्यों में नक्सलवाद के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है।
दिल्ली पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई नक्सलियों के खिलाफ उनकी लगातार बढ़ती गतिविधियों को रोकने की दिशा में एक अहम कदम है। इस छापेमारी से यह संदेश जाता है कि पुलिस न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बल्कि शहरी इलाकों में भी नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से मिली जानकारी से नक्सलियों के नेटवर्क का पर्दाफाश करने में मदद मिल सकती है और भविष्य में इस तरह की और छापेमारी की संभावना है।