कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। अमेरिका ने भारत के साथ अपनी रक्षा साझेदारी को लेकर सकारात्मक बयान दिया है, जिसमें उसने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध शानदार तरीके से बढ़ रहे हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता सहयोग केवल दोनों देशों के लिए नहीं, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
चीन के साथ रिश्ते पर विचार
हालांकि, इस बयान के दौरान अमेरिका ने चीन के संदर्भ में भी बात की। अमेरिकी अधिकारियों ने चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों और उसकी बढ़ती ताकत को लेकर चिंता जताई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि भारत के साथ मजबूत रक्षा संबंध इस चुनौती का मुकाबला करने में मदद करेंगे। अमेरिका ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच बढ़ता रक्षा संबंध किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह दोनों देशों की साझा सुरक्षा प्राथमिकताओं और रणनीतिक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
रक्षा सहयोग की बढ़ती अहमियत
अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि दोनों देशों के बीच हाल के वर्षों में रक्षा सहयोग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। भारत और अमेरिका ने कई संयुक्त सैन्य अभ्यास किए हैं और दोनों देशों के बीच हथियारों और रक्षा तकनीक के हस्तांतरण के क्षेत्र में भी सुधार हुआ है। इस साझेदारी को और सुदृढ़ बनाने के लिए दोनों देश लगातार नए समझौतों और सहयोग पर विचार कर रहे हैं।
भारत और अमेरिका के बीच सुरक्षा सहयोग
अमेरिका ने भारत को 'मेजर डिफेंस पार्टनर' का दर्जा दिया है, जिसके तहत दोनों देशों के बीच रक्षा उत्पादों और तकनीकी सहयोग में वृद्धि हुई है। इसके अतिरिक्त, भारत और अमेरिका के बीच 'लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट' (LEMOA), 'COMCASA' और 'BECA' जैसे समझौते भी हुए हैं, जो दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करते हैं। अमेरिका द्वारा भारत के साथ बढ़ते रक्षा संबंधों को लेकर की गई टिप्पणी दोनों देशों के बीच साझा सुरक्षा और सामरिक सहयोग को बढ़ावा देने वाली दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के साझेदारियों से दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे और वे क्षेत्रीय तथा वैश्विक सुरक्षा में अपनी अहम भूमिका निभा सकेंगे।