कैनविज टाइम्स/ डिजिटल डेस्क, प्रयागराज।
महाकुंभ भारत की समृद्ध संस्कृति और सनातन धर्म का आदर्श प्रदर्शन है यह पर्व न केवल धार्मिक गतिविधियों के लिए एक बड़ा मंच है बल्कि ज्योतिष योग, ध्यान तथा हिंदू अनुष्ठानों को वैज्ञानिक ढंग से समझने का अवसर प्रदान करता हैl यह विचार पूर्व सांसद प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी ने व्यक्त किया l वह शुक्रवार को समदरिया स्कूल में हुड्सा द्वारा आयोजित कार्यक्रम कॉन्क्लेव ऑन डाइवर्सिटी ऑफ महाकुंभ में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं ।
छात्रों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए प्रोफेसर जोशी ने कहा कि बच्चों में नवाचार सीखने और वैज्ञानिक सोच विकसित करने का यह सुनहरा अवसर है l इसके माध्यम से वे वास्तविकता के नजदीक पहुंचते हैं l यह रचनात्मक प्रस्तुतियां ही कल बच्चों की वैज्ञानिक अवधारणा बनेगी l मॉडल निर्माण के माध्यम से बच्चों में समस्याओं का हल ढूंढने का कौशल विकसित होता है जो आगे चलकर उनमें शोध के प्रति आत्मविश्वास बढ़ाता हैl
विशिष्ट अतिथि राज्य सूचना आयुक्त पी एन द्विवेदी ने कहा कुंभ की सर्वाधिक विविधता है कि विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को न केवल समेटे हुए हैं अपितु आर्थिक और वैज्ञानिक दृष्टि को भी सामाजिक सरोकारों से जोड़ता है l संस्थान के निदेशक डॉक्टर मणि शंकर द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत अंगवस्तम, स्मृति चिन्ह व पुष्प गुच्छ के साथ किया l कार्यक्रम का संचालन डॉ अंबिका पांडे व आभार ज्ञापन हुड्सा की मुख्य अधिशाशी अधिकारी व लाइफ कोच डॉक्टर वैशाली जैन ने किया l
बच्चों द्वारा बनाई गई रंगोली व बैंड पार्टी का प्रदर्शन बहुत आकर्षक रहा ।इस अवसर पर प्रमुख रूप से ब्लॉक प्रमुख चाका अनिल सिंह ,बृजेश भारतीय ,लालमणि मिश्र ,रामानंद त्रिपाठी