कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी में भीतरघात और उथल-पुथल का माहौल बन गया है। राज्य में मिली हार के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफे की पेशकश की थी, जिस पर पार्टी के भीतर लगातार चर्चा और बहस चल रही है। नाना पटोले के इस्तीफे की पेशकश के बाद, पार्टी के कई कद्दावर नेताओं ने इसे लेकर बयान दिए हैं, लेकिन अब तक इसका कोई आधिकारिक फैसला नहीं लिया गया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि नाना पटोले ने इस्तीफा देने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाएगा। कुछ नेताओं का मानना है कि पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए यह सही समय है कि बदलाव किए जाएं, जबकि अन्य नेताओं का कहना है कि यह समय किसी एक व्यक्ति पर दोष मढ़ने का नहीं है, बल्कि पूरे पार्टी के कार्यकुशलता पर काम करने का है।
नाना पटोले का इस्तीफा देने की पेशकश तब सामने आई जब कांग्रेस को महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (MVA) सरकार में साझेदार होते हुए भी कई सीटों पर करारी हार का सामना करना पड़ा। उनके इस्तीफे पर पार्टी के भीतर से मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं, और कांग्रेस आलाकमान को इस पर विचार करना होगा कि क्या नाना पटोले को हटाना पार्टी के लिए फायदेमंद होगा या नहीं।
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कुछ नेताओं ने नाना पटोले के इस्तीफे का समर्थन किया है, जबकि कुछ अन्य ने इस पर आपत्ति जताई है। पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं में इस हार के बाद निराशा का माहौल है, और इस स्थिति को सुधारने के लिए नए नेतृत्व की आवश्यकता महसूस हो रही है। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि नाना पटोले का इस्तीफा स्वीकार किया जाएगा या नहीं, लेकिन पार्टी के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को इस पर जल्द ही कोई निर्णय लेना होगा ताकि पार्टी की स्थिति में सुधार हो सके और आगामी चुनावों के लिए पार्टी को एक नई दिशा मिल सके।