कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में चीटिंग रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं। 23 जनवरी 2025 से शुरू होने वाली ये परीक्षाएं पहली बार लिखित परीक्षाओं की तरह सचल दल द्वारा निगरानी की जाएंगी। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया है कि जैसे लिखित परीक्षाओं में सचल दलों की निगरानी होती है, वैसे ही प्रैक्टिकल परीक्षाओं में भी यह व्यवस्था लागू की जाएगी।
सचल दल में राजकीय इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य, सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक और शिक्षक अधिकारी शामिल होंगे, जिनका नेतृत्व डीआईओएस करेंगे। इन दलों में महिला निरीक्षक को अनिवार्य रूप से शामिल किया जाएगा, और बालिकाओं की तलाशी के लिए महिला निरीक्षक ही जिम्मेदार होंगी। इसके साथ ही, पुलिस सुरक्षा और परीक्षा केंद्रों के 100 मीटर के दायरे में आदेश लागू किया जाएगा ।
साथ ही, परीक्षा केंद्रों पर 24 घंटे CCTV कैमरे चालू रहेंगे, ताकि प्रश्नपत्र और कॉपियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इन सभी कदमों से बोर्ड ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित की जाएं।