कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।महाकुंभ मेला, जो हर बार लाखों श्रद्धालुओं और संतों की भीड़ को आकर्षित करता है, इस बार एक भयंकर अग्निकांड का शिकार हो गया। आग ने मेला क्षेत्र में काफी तबाही मचाई, जिससे ना केवल लाखों रुपये का सामान जलकर राख हो गया, बल्कि कई लोग भी प्रभावित हुए हैं। इस घटना के बाद मंजर भयावह था, जिसमें सिलेंडरों के परखच्चे उड़ते हुए दिखाई दिए, बर्तन और चूल्हे बिखरे हुए थे, और आसपास के इलाके में धुआं ही धुआं था।
आग की भयावहता और नुकसान:
1. सिलेंडर के फटे टुकड़े: आग लगने के बाद सिलेंडरों के फटने से आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई। सिलेंडर के फटने से आसपास के अस्थायी ढांचे और बर्तन भी टूट गए।
2. बिखरे हुए चूल्हे और बर्तन: कई अस्थायी कैंपों और झोपड़ियों में चूल्हे जल रहे थे, जो आग लगने के बाद जलकर राख हो गए। चूल्हों के टुकड़े और टूटे हुए बर्तन चारों ओर बिखरे हुए थे, जो इस आग की तबाही को दर्शाते थे।
3. आग के बाद का दृश्य: मेला क्षेत्र के इस इलाके में जब आग लगी, तो वहां की स्थिति बेहद खतरनाक हो गई। आग के बुझने के बाद का मंजर बेहद दिल दहला देने वाला था, जिसमें जलते हुए सिलेंडर, टूटी हुई वस्तुएं, और पूरी तरह से तबाह हो चुका इलाका था। स्थानीय प्रशासन और अग्निशमन विभाग की टीम ने तत्काल आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक काफी नुकसान हो चुका था।
राहत और बचाव कार्य:
घटना के तुरंत बाद, राहत कार्यों की शुरुआत की गई। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावितों के लिए अस्थायी पुनर्वास की व्यवस्था की और उन्हें जरूरी वस्तुएं मुहैया कराई। साथ ही, आसपास के क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई, ताकि भविष्य में ऐसी घटना से बचा जा सके।
जांच और जिम्मेदारी:
महाकुंभ के आयोजन स्थल पर सुरक्षा उपायों की जांच की जा रही है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। फिलहाल, आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है, और अधिकारियों द्वारा जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।