कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं, जो राज्य के नागरिकों और प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर बड़ा असर डाल सकती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सक्षम लोगों से पानी के बिल वसूल करेगी और साथ ही अदाणी ग्रुप की कंपनी को दी जा रही बिजली सब्सिडी को खत्म कर दिया जाएगा।
सक्षम लोगों से पानी के बिल वसूलने का फैसला:
मुख्यमंत्री सुक्खू ने घोषणा की कि राज्य में अब उन लोगों से पानी के बिल वसूले जाएंगे, जो इसे खर्च करने में सक्षम हैं। उनका कहना था कि पानी का उपभोग हर व्यक्ति की जरूरत है, लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम लोग इसे मुफ्त में नहीं पा सकते। यह निर्णय सरकार की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से लिया गया है और इसके माध्यम से पानी की आपूर्ति से जुड़े खर्चों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
सुक्खू ने यह भी कहा कि इस योजना से गरीब और जरूरतमंद लोग प्रभावित नहीं होंगे, क्योंकि उनके लिए जल आपूर्ति को मुफ्त रखा जाएगा। सरकार का ध्यान गरीबों और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों की मदद करने पर है, ताकि उन्हें किसी भी तरह की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
अदाणी की कंपनी की बिजली सब्सिडी खत्म:
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार ने अदाणी ग्रुप की कंपनी को दी जा रही बिजली सब्सिडी को समाप्त कर दिया है। सरकार का कहना है कि यह कदम वित्तीय अनुशासन को बनाए रखने और राज्य के संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। इस फैसले के बाद, बिजली वितरण की जिम्मेदारी और सब्सिडी की प्रक्रिया पर नये तरीके से विचार किया जाएगा, जिससे सरकारी खजाने पर पड़ने वाले बोझ को कम किया जा सके। सुक्खू ने कहा कि यह कदम राज्य की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक था और प्रदेश के लोगों को उचित दर पर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
राज्य की आर्थिक स्थिति और भविष्य की योजनाएं: सुक्खू ने राज्य की वित्तीय स्थिति पर भी चर्चा की और कहा कि सरकार प्रदेश के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार गरीबों और जरूरतमंदों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी, लेकिन आर्थिक रूप से सक्षम लोगों से उपयुक्त शुल्क वसूलने की आवश्यकता है ताकि सरकारी खजाना भरा रहे और राज्य में विकास कार्य तेजी से हो सकें। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा की गई ये घोषणाएं राज्य के विकास और वित्तीय स्थिति को लेकर सरकार की गंभीरता को दर्शाती हैं। पानी के बिल वसूलने और बिजली सब्सिडी खत्म करने के फैसले से यह संकेत मिलता है कि सरकार अपनी योजनाओं को लागू करने में सजग है, साथ ही यह कदम राज्य के आर्थिक सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण हो सकता है। इन निर्णयों के परिणामों पर भविष्य में व्यापक चर्चा हो सकती है, लेकिन यह कदम निश्चित रूप से हिमाचल प्रदेश के शासन और वित्तीय नीति में एक नया मोड़ लेकर आएगा।