
कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पुलिस ने मंगलवार काे हाईवे पर खड़े ट्रकों से डीजल चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले शातिर अंतरजनपदीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से करीब 1200 लीटर डीजल, दो डीसीएम वाहन, तीन अवैध तमंचे, कारतूस, डीजल चोरी करने के उपकरण और फर्जी नंबर प्लेटें बरामद हुई हैं। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल के निर्देशन में अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी दुर्गेश कुमार सिंह और क्षेत्राधिकारी सिधौली कपूर कुमार के नेतृत्व में कमलापुर पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने यह कार्रवाई की। यह वही गैंग है जिसने 23 नवंबर को थानाक्षेत्र कमलापुर में जियो पेट्रोल पंप के पास खड़े ट्रक से मशीन लगाकर करीब 200 लीटर डीजल चोरी किया था। पकड़ में आने के डर से आरोपियों ने पीछा करने वाले ट्रक चालकों पर गाड़ी चढ़ाने तक की कोशिश की थी। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान अनवर, इरफान, शराफत उर्फ भूरा, जाहिर, तसलीम, मुकर्रम और अरविंद के रूप में हुई है। इनमें से अधिकांश हापुड़, गाजियाबाद और मेरठ के निवासी हैं, जबकि डीजल को जमा कर बेचने का काम महोली क्षेत्र के आरोपित अरविंद की दुकान से होता था। गिरोह ने डीजल चोरी के लिए डीसीएम वाहनों को खास तौर पर मॉडिफाइड कर अतिरिक्त टैंक बनाया था। साथ ही समय–समय पर अलग नंबर प्लेट लगाकर अपराध को अंजाम देते थे। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे हाईवे के किनारे खड़े ट्रकों से मशीन और पाइपिंग के जरिए डीजल निकालते थे और चोरी का माल अलग-अलग जगह सप्लाई करते थे। बरामद दोनों डीसीएम वाहनों को पुलिस ने सीज कर दिया है। पूरी कार्रवाई में तत्परता दिखाने पर पुलिस अधीक्षक ने कमलापुर थाना और एसओजी टीम को 25,000 रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है। मामले में गिरफ्तार आरोपियों पर बीएनएस की विभिन्न धाराओं और आर्म्स एक्ट में मुकदमा बढ़ाते हुए उन्हें न्यायालय के हवाले कर दिया गया है। पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है।
