कैनविज टाइम्स,धर्म डेस्क। आज, 10 अप्रैल 2025, गुरुवार है, जो कि गुरु प्रदोष व्रत का विशेष दिन है। यह दिन भगवान शिव और देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
पंचांग विवरण:
• तिथि: शुक्ल पक्ष त्रयोदशी (9 अप्रैल रात 10:55 बजे से 11 अप्रैल सुबह 1:00 बजे तक) 
• नक्षत्र: पूर्व फाल्गुनी (9 अप्रैल सुबह 10:17 बजे से 10 अप्रैल दोपहर 12:44 बजे तक) 
• करण: कौलव (9 अप्रैल रात 11:15 बजे से 10 अप्रैल दोपहर 11:56 बजे तक), तैतिल (10 अप्रैल दोपहर 11:56 बजे से रात 1:01 बजे तक) 
• योग: वृद्धि (9 अप्रैल रात 6:43 बजे से 10 अप्रैल दोपहर 12:44 बजे तक), ध्रुव (10 अप्रैल रात 7:17 बजे से 11 अप्रैल रात 8:03 बजे तक) 
राहुकाल:
दोपहर 2:14 बजे से 3:48 बजे तक। इस अवधि में शुभ कार्यों से बचना चाहिए।
शुभ मुहूर्त:
अभिजित मुहूर्त दोपहर 12:15 बजे से 1:05 बजे तक रहेगा, जो विशेष रूप से शुभ माना जाता है।
सूर्य और चंद्रमा की स्थिति:
• सूर्योदय: सुबह 6:22 बजे 
• सूर्यास्त: शाम 6:57 बजे
• चन्द्रोदय: दोपहर 4:53 बजे
• चन्द्रास्त: सुबह 4:48 बजे
व्रत और त्योहार:
आज गुरु प्रदोष व्रत के साथ-साथ चैती छठ का तीसरा दिन भी है, जिसे ऊषा अर्घ्य के नाम से जाना जाता है। इस दिन विशेष रूप से उषा (सुबह की देवी) की पूजा की जाती है। इन पंचांग विवरणों के माध्यम से आप अपने दिन की योजना बेहतर तरीके से बना सकते हैं और शुभ कार्यों के लिए उचित समय का चयन कर सकते हैं।