कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।माघ गुप्त नवरात्र 30 जनवरी 2025 से शुरू हो रहा है। यह विशेष नवरात्रि पर्व माघ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से आरंभ होता है। यह एक गुप्त और साधक पूजा होती है, जो व्यक्तिगत रूप से देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना करने का अवसर प्रदान करती है। भक्त इस दौरान देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत रखते हैं और मंत्रों का जाप करते हैं।
आज का पंचांग (30 जनवरी 2025)
• तिथि: माघ शुक्ल प्रतिपदा
• वार: शुक्रवार
• नक्षत्र: उत्तर फाल्गुनी
• योग: शिव योग
• करण: बव
• दिशाशूल: पश्चिम
माघ गुप्त नवरात्र की विशेषता:
गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा की पूजा विशेष रूप से गुप्त रूप से की जाती है, जिससे मानसिक शांति, समृद्धि, और आध्यात्मिक विकास की प्राप्ति होती है। इस समय विशेष रूप से साधना, व्रत, और मंत्र जाप के माध्यम से भक्त देवी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
घटस्थापना मुहूर्त (30 जनवरी 2025):
घटस्थापना, जो गुप्त नवरात्रि की शुरुआत का संकेत देती है, इसका महत्व बहुत अधिक है। इस दिन देवी की पूजा करने से पूरे नवरात्रि में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
• घटस्थापना मुहूर्त:
• अवधि: 06:30 AM – 08:45 AM (शुभ समय)
• तिथि: माघ शुक्ल प्रतिपदा
• समय: सुबह 6:30 बजे से 8:45 बजे तक
कैसे करें घटस्थापना?
1. सभी पवित्र स्थानों की सफाई: सबसे पहले अपने पूजा स्थान को शुद्ध और स्वच्छ करें।
2. घट स्थापित करें: एक ताम्बे या मिट्टी के कलश में गंगाजल, कुछ सिक्के, सुपारी और एक नारियल रखें।
3. पशु-पक्षियों के लिए आहार रखें: घट के पास आहार रखें और देवी की पूजा में कोई कसर न छोड़ें।
4. मंत्र जाप करें: “ॐ देवी दुर्गायै नमः” का जाप करें और पूरे नवरात्रि में इस मंत्र का जाप करते रहें।
माघ गुप्त नवरात्रि के लाभ:
• कष्टों से मुक्ति: इस दौरान देवी दुर्गा के मंत्रों का जाप करने से शारीरिक और मानसिक कष्ट दूर होते हैं।
• समृद्धि: गुप्त नवरात्रि का विशेष प्रभाव आर्थिक समृद्धि, सुख-शांति, और मानसिक शांति पर पड़ता है।
• आध्यात्मिक उन्नति: देवी के आशीर्वाद से व्यक्ति का आत्म-संवर्धन होता है और उसकी आध्यात्मिक यात्रा में सुधार होता है।