कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।गुरुवार का दिन विशेष रूप से बृहस्पति देव (गुरु ग्रह) के पूजन के लिए माना जाता है। बृहस्पति देव का संबंध ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि, और धर्म से है। हिंदू धर्म में बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना जाता है और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए गुरुवार के दिन विशेष उपाय किए जाते हैं। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति कमजोर है या खराब स्थिति में है, तो वह मानसिक परेशानी, आर्थिक संकट, और ज्ञान में कमी का सामना कर सकता है। ऐसे में बृहस्पति देव की आरती और मंत्रों का जाप करने से स्थिति में सुधार आ सकता है और कुंडली में बृहस्पति की स्थिति मजबूत हो सकती है।
बृहस्पति जी की आरती:
“जय बृहस्पति देव, जय बृहस्पति देव।
सर्वज्ञ, सर्वविज्ञ, सर्वशक्तिमान,
सभी देवों के गुरु, पुण्यदायिन।”
यह आरती बृहस्पति देव की महिमा का गुणगान करती है और श्रद्धा से जपने पर बृहस्पति देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
बृहस्पति के मंत्र:
1. “ॐ ग्रं ग्रीं ग्रौं स: बृहस्पतये नम:”
यह मंत्र बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लिए है। यह मंत्र बुधि, समृद्धि और ज्ञान में वृद्धि करने के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली माना जाता है।
2. “ॐ बृं बृहस्पतये नम:”
इस मंत्र का जाप करने से बृहस्पति देव की कृपा मिलती है और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
उपाय:
• पीलें वस्त्र पहनें: बृहस्पति देव को पीला रंग प्रिय है, इसलिए गुरुवार के दिन पीले वस्त्र पहनने से बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है।
• केला, हल्दी, और पीला चंदन चढ़ाएं: गुरुवार को बृहस्पति देव को केले और हल्दी चढ़ाना विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है।
• संतान सुख के लिए पूजा: यदि किसी को संतान सुख में परेशानी हो तो गुरुवार को बृहस्पति देव की विशेष पूजा करनी चाहिए।
• दान करें: गुरुवार के दिन ब्राह्मणों को दान देने से बृहस्पति की कृपा प्राप्त होती है।