कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली में हाल ही में संसद के अंदर हुए धक्का-मुक्की कांड को लेकर दिल्ली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने क्राइम ब्रांच को जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। साथ ही, इस मामले में 6 धाराओं में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी है और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
घटना का विवरण: संसद के एक सत्र के दौरान एक विवाद ने धक्का-मुक्की का रूप ले लिया, जिसके चलते संसद में माहौल बेहद गरम हो गया था। घटना के दौरान कुछ सांसदों के बीच नोकझोंक और शारीरिक झड़प की सूचना सामने आई, जिससे संसद के भीतर हंगामा मच गया। यह घटना मीडिया में बड़ी सुर्खियां बनी, जिसके बाद इसकी गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू कर दी।
एफआईआर में इन धाराओं का किया गया उल्लेख: पुलिस ने इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ आईपीसी की 6 विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिनमें प्रमुख रूप से आपराधिक साजिश, लोक सेवक के कर्तव्यों में बाधा डालने, मारपीट, जनता की शांति भंग करना और अन्य गंभीर धाराएं शामिल हैं। यह माना जा रहा है कि संसद में हुई इस घटना के बाद स्थिति और भी गंभीर हो गई है और पुलिस इसे लेकर पूरी तरह से संवेदनशील है।
क्राइम ब्रांच की जांच: दिल्ली पुलिस ने इस मामले की जांच को और भी गहराई से करने के लिए क्राइम ब्रांच को सौंपा है। क्राइम ब्रांच के अधिकारी इस घटना के पीछे की वजह, घटना के दौरान कौन-कौन लोग शामिल थे, और क्या इसके पीछे कोई साजिश थी, इन सभी पहलुओं की जांच करेंगे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह जांच पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी और जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: इस घटना को लेकर कई राजनीतिक दलों और सांसदों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। विपक्षी दलों ने इसे सत्ता पक्ष के खिलाफ एक साजिश बताया, जबकि सत्ताधारी पार्टी ने विपक्षी सांसदों पर आरोप लगाया कि वे संसद की कार्यवाही में व्यवधान डालने का प्रयास कर रहे थे। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया है और अब मामले की गहन जांच की जा रही है।
संसद की कार्यवाही पर प्रभाव: इस घटना के बाद संसद की कार्यवाही पर असर पड़ा और कुछ समय तक बहस और चर्चा का माहौल तनावपूर्ण बना रहा। इसके बाद संसद में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
आगे की प्रक्रिया: अब पुलिस ने इस मामले में जांच को तेज कर दिया है और जल्द ही घटनाक्रम के बारे में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने की योजना है। क्राइम ब्रांच की जांच से यह भी उम्मीद जताई जा रही है कि इस मामले में जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। साथ ही, यदि साजिश का कोई एंगल सामने आता है तो पुलिस उस पर भी अपनी जांच तेज करेगी। इस पूरे घटनाक्रम पर राजनीतिक दलों की निगाहें हैं और यह भी देखने लायक होगा कि यह मामला आगे किस दिशा में जाता है।