कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर वर्तमान में राजनीतिक बहस तेज हो गई है, खासकर आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर। इस विषय पर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिल रही है।
भाजपा का आरोप:
भा.ज.पा. ने दिल्ली सरकार पर महिला सुरक्षा के मुद्दे को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हुई है, और आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं। भाजपा नेताओं का यह भी कहना है कि दिल्ली पुलिस और राज्य सरकार के बीच तालमेल की कमी के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
आप का बचाव:
वहीं, आम आदमी पार्टी ने भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि दिल्ली में महिला सुरक्षा के लिए उन्होंने कई योजनाएं और कदम उठाए हैं। दिल्ली सरकार ने महिला हेल्पलाइन, महिला सुरक्षा ऐप, और महिला सुरक्षा के लिए पुलिस की ट्रेनिंग जैसी पहलों का जिक्र किया। आप ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े थे, और अब आप सरकार महिलाओं के सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठा रही है।
राजनीतिक घमासान:
इस मुद्दे पर भाजपा और आप के बीच सियासी जंग बढ़ती जा रही है। दोनों दल अपनी-अपनी योजनाओं और कार्यों को लेकर एक-दूसरे को घेरने का काम कर रहे हैं। महिला सुरक्षा का मुद्दा केवल दिल्ली के चुनावों में नहीं, बल्कि पूरे देश में महत्वपूर्ण राजनीतिक विषय बन चुका है, और इसके कारण दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही हैं।यह बहस दिल्ली की राजनीति में और भी तीव्र हो गई है क्योंकि इस मुद्दे का सीधा संबंध दिल्ली की महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों से है।