कैनवीज टाइम्स/डिजिटल डेस्क/लखनऊ। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी ने जॉर्ज सोरोस को लेकर लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया दी है। प्रियंका ने कहा कि यह आरोप 1994 के एक मुद्दे से संबंधित हैं, जिसका कोई ठोस रिकॉर्ड मौजूद नहीं है। दरअसल, जॉर्ज सोरोस के खिलाफ हाल ही में बीजेपी नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों ने एक राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया था। आरोप था कि सोरोस ने भारतीय राजनीति में हस्तक्षेप करने की कोशिश की है और भारत में सरकार के खिलाफ साजिश रची है।
प्रियंका गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस तरह के आरोपों का कोई वास्तविक आधार नहीं है और यह केवल एक राजनीतिक खेल का हिस्सा है। उन्होंने साफ कहा कि जो आरोप लगाए जा रहे हैं, वह 1994 के एक मुद्दे से जुड़े हुए हैं और इनका कोई रिकॉर्ड या तथ्य नहीं है। प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब आरोप सिर्फ ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे हैं, ताकि लोगों को असल मुद्दों से दूर रखा जा सके।
प्रियंका ने यह भी कहा कि बीजेपी नेताओं को 1994 में उठे इस मुद्दे को बार-बार उठाने की बजाय अपने कामों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार अपनी नीतियों में नाकाम रही है और अब इन बेमतलब के आरोपों के जरिए लोगों का ध्यान इन मुद्दों से हटा रही है।
प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी तरह की विदेशी हस्तक्षेप का विरोध करती है, लेकिन इस मामले में बीजेपी के आरोपों का कोई ठोस आधार नहीं है। उन्होंने बीजेपी से सवाल किया कि अगर ये आरोप इतने सही हैं तो सरकार ने अब तक क्यों चुप्पी साधी हुई है और इसकी जांच क्यों नहीं करवाई गई है?
विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी इस मुद्दे को उठाकर सिर्फ राजनीतिक लाभ लेना चाहती है और जनता की समस्याओं से ध्यान हटाना चाहती है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह आरोप बीजेपी द्वारा एक रणनीति के रूप में पेश किया गया है, ताकि वह विपक्ष के हमलों से बच सके और अपनी छवि को सुधार सके।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच कांग्रेस ने यह भी साफ किया कि जॉर्ज सोरोस का भारतीय राजनीति में कोई हस्तक्षेप नहीं है और यह आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।