कैनवीज टाइम्स/डिजिटल डेस्क। बिहार राजनीति में इन दिनों हलचल मची हुई है, खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को लेकर। यह यात्रा राज्य के विभिन्न हिस्सों में महिलाओं के अधिकार और उनके मुद्दों पर चर्चा करने के लिए शुरू की गई है। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार की इस यात्रा पर तीखा हमला किया है।
लालू यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार केवल "आंख सेंकने" का काम कर रहे हैं। उनका कहना था कि यह यात्रा महज एक राजनीतिक स्टंट है, जिसे महिलाओं के असली मुद्दों से भटकाने के लिए किया जा रहा है। लालू ने कहा कि नीतीश कुमार का यह कदम उनकी पार्टी की असली नीयत को छिपाने का प्रयास है। उनका आरोप है कि नीतीश का मुख्य उद्देश्य महज अपनी छवि को सुधारना और आगामी चुनावों में राजनीतिक लाभ उठाना है, जबकि महिलाओं के अधिकारों की स्थिति में कोई ठोस बदलाव नहीं हो रहा है।
इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) दोनों ही दलों ने लालू यादव पर पलटवार किया। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि लालू यादव और उनकी पार्टी के लोग महिला सुरक्षा और उनके अधिकारों को लेकर कभी गंभीर नहीं रहे। बीजेपी का आरोप है कि RJD हमेशा से ही बिहार की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करती रही है। वहीं, जेडीयू ने भी लालू के बयान की निंदा की और कहा कि नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा से महिलाओं के प्रति उनकी प्रतिबद्धता दिखती है, जो किसी राजनीतिक लाभ से कहीं ऊपर है।
महिला संवाद यात्रा के अंतर्गत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और रोजगार जैसे मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं, ताकि उनका जीवन बेहतर बनाया जा सके। इस यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी भाग ले रही हैं और अपने अनुभवों को साझा कर रही हैं। यह यात्रा बिहार में महिलाओं के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का एक अहम प्रयास है, जिसके माध्यम से सरकार यह संदेश देना चाहती है कि महिलाओं के लिए उनकी प्राथमिकता है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह साफ है कि बिहार की राजनीति में अगले चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों के बीच तीखी प्रतिस्पर्धा जारी है।