कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।प्रयागराज, 29 जनवरी 2025: महाकुंभ मेला 2025 में मंगलवार को हुए भगदड़ के कारण 17 लोगों की दुखद मौत हो गई है, और कई अन्य घायल हुए हैं। यह घटना उस समय हुई जब भारी भीड़ ने एक दूसरे से टकराते हुए अचानक अफरातफरी मचा दी। प्रशासन और पुलिस राहत कार्य में जुटे हुए हैं, और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज की तरफ न जाएं, जहां भारी भीड़ जमा है, और अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें।
घटना की पूरी जानकारी:
मेला क्षेत्र में इस समय माघ पूर्णिमा स्नान के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या बहुत अधिक थी। उस दौरान अचानक एक धक्का-मुक्की हुई और फिर भगदड़ का रूप ले लिया। भगदड़ में 17 लोगों की जान चली गई, जबकि दर्जनों अन्य घायल हो गए हैं। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है। घायल लोगों को तुरंत अस्पतालों में भेजा गया है, और प्रशासन द्वारा हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी की अपील:
सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक दुखद घटना है, और हम इसकी पूरी जांच करेंगे। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे संगम नोज की ओर न जाएं, जहां भारी भीड़ है। हमारी प्रशासनिक टीम स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है और राहत कार्य जारी है। मैं सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध करता हूं कि वे शांतिपूर्वक इस अवसर का लाभ उठाएं और सुरक्षा नियमों का पालन करें।”
राहत कार्य और सुरक्षा इंतजाम:
घटना के बाद प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू किया और पीड़ितों को प्राथमिक उपचार प्रदान किया। कुछ घायल लोगों की हालत गंभीर है और उन्हें अस्पताल भेजा गया है। सुरक्षा बलों और स्थानीय प्रशासन ने घटना स्थल पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और स्नान घाटों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया।
• गांव, शहर से पहुंची राहत टीमें: राहत और बचाव कार्य के लिए प्रशासन ने आसपास के गांवों और शहरों से अतिरिक्त टीमों को बुलाया है। यह टीमें घायलों को प्राथमिक उपचार देने, प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने और यातायात को नियंत्रित करने के लिए काम कर रही हैं।
• विशेष यातायात व्यवस्था: भारी भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने संगम क्षेत्र में यातायात की दिशा बदल दी है और श्रद्धालुओं को रूट्स की जानकारी दी जा रही है ताकि भगदड़ जैसी स्थितियों से बचा जा सके।
मेला प्रशासन का बयान:
मेला प्रशासन ने एक बयान में कहा कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, और हम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं। सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थिति को जल्दी से नियंत्रित करें और सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रूप से स्नान करने के लिए मार्गदर्शन करें।”
यह घटना महाकुंभ मेला की ऐतिहासिकता और धार्मिक महत्व को प्रभावित करने वाली एक बड़ी दुखद घटना बन गई है। प्रशासन पूरी कोशिश कर रहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जाए और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
कुल मिलाकर स्थिति:
• 17 मौतें और कई घायल लोग
• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शोक व्यक्त करना और संगम नोज की ओर न जाने की अपील
• राहत कार्य में जुटी प्रशासनिक टीम
• गंगा स्नान और अन्य धार्मिक कार्यों में सुरक्षा व्यवस्था का सख्त पालन