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मोतीगंज थाना क्षेत्र में हरे पेड़ काट दिए गए,और मोतीगंज पुलिस को दिखे ही नहीं...

मोतीगंज थाना क्षेत्र में हरे पेड़ काट दिए गए,और मोतीगंज पुलिस को दिखे ही नहीं...
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: ashok Kumar Pathak
  • Updated: December 13, 2024

मोतीगंज थाना क्षेत्र में हरे पेड़ काट दिए गए,और मोतीगंज पुलिस को दिखे ही नहीं...


गोण्डा :जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र में पिछले एक माह से हरे-भरे फलदार प्रतिबंधित वृक्षों की कटान बिना परमिट जारी है। इस पर न तो वन विभाग अंकुश लगा पा रहा है और न पुलिस ही कार्रवाई कर रही है। यही वजह है कि जिम्मेदारों के उदासीन रवैए से वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और वे इलाके में पेड़ों की अंधाधुंध कटान कर रहे है ताजा मामला मोतीगंज थाना क्षेत्र के राजापुर (बोहिया) गांव का है, जहां शुक्रवार को तड़के शीशम के दो पेड़ों को बिना परमिट के ही काट डाला गया। इसकी शिकायत रेंजर सुशांत शुक्ला, वन दरोगा आरसी सिंह व वन रक्षक समीर रंजन चौधरी को दी गई, लेकिन इस मामले में देर शाम तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।हालांकि, रेंजर ने कहा कि हर हाल में कार्रवाई की जाएगी। वहीं दूसरी तरफ, पिछले दिनों थाना क्षेत्र के दिनारा, कोल्हुआ में आम के पेड़ों को धराशाई कर दिया गया। इसी थाना क्षेत्र के भोरहा सागौन के करीब दस पेड़ों को बिना परमिट के ही काट लिया गया। इसकी शिकायत वन और पुलिस विभाग में की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।दिनारा में महुआ के दो पेड़ों को काट लिया गया।इसकी भी शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गयी किंतु पुलिस और वन विभाग आंखें बंद किए रहा।मोतीगंज थाना क्षेत्र में इन दिनों बड़े पैमाने पर हरे-भरे फलदार वृक्षों की अंधाधुंध कटान की जा रही है लेकिन वन विभाग के साथ ही इलाकाई पुलिस भी चुप्पी साधे हुए है। ऐसे में लोगों द्वारा इनकी कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि क्षेत्र में प्रतिबंधित वृक्षों की अवैध कटान में पुलिस के साथ ही वन विभाग के क्षेत्रीय जिम्मेदारों की भी साठगांठ रहती है, जिसके चलते आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के बजाय सिर्फ खानापूर्ति की जाती है। मोतीगंज थाना क्षेत्र में जिम्मेदारों द्वारा खुलेआम पर्यावरण संतुलन की अनदेखी की जा रही है।यहां धड़ल्ले से हरे पेड़ों के बाग उजाड़े जा रहे हैं।इसमें रक्षक ही भक्षक की भूमिका निभाते हैं।लकड़कट्टे चोरी-छिपे प्रतिबंधित वृक्षों को काटने से परहेज नहीं करते हैं।वहीं वन विभाग आंखें बंद करके ऐसे पेड़ों को काटने की अनुमति प्रदान कर रहा है,जो हरा होने के साथ-साथ फल देने की स्थिति में भी होते हैं।

 

 

           क्या कहते हैं रेंजर

इस संबंध में जब वन विभाग के पंडरी कृपाल के रेंजर सुशांत शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिकायत मिली है।क्षेत्रीय वन रक्षक को मौके पर भेजा गया है।रेंजर सुशांत शुक्ला ने कहा कि क्षेत्र में बिना परमिट के पेड़ों की कटान नहीं होने दी जाएगी।

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