कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। थाना साइबर क्राइम पुलिस ने सोमवार को ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया। इस गिरोह के एक सदस्य नौशाद, निवासी हाजीपुरा, शामली को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने ठगी की दो घटनाओं का खुलासा करते हुए 61 लाख 8 हजार रुपये पीड़ितों को वापस भी कराए हैं।
एडीसीपी क्राइम पीयूष सिंह ने बताया कि आरोपी को गाजियाबाद की कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से साइबर अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन, टेलीग्राम चैट और अन्य डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं।
फर्जी वेबसाइट और WhatsApp ग्रुप के ज़रिए जाल में फंसाया गया
गिरोह पीड़ितों को पहले WhatsApp ग्रुप में जोड़ता, फिर WWW.YSTS-VIP.COM नाम की फर्जी शेयर ट्रेडिंग वेबसाइट पर अकाउंट खुलवाकर उन्हें बड़ा मुनाफा दिखाकर निवेश के लिए प्रेरित करता। इसके बाद अलग-अलग बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर करवाया जाता।
तेजपाल सिंह (वसुंधरा, गाजियाबाद) के साथ 4.96 करोड़ रुपये की ठगी हुई। उनकी शिकायत पर 61 लाख रुपये रिफंड कराए गए।
राम कुमार अग्रवाल (इंदिरापुरम, गाजियाबाद) से 55.50 लाख रुपये की ठगी हुई।
अंतरराज्यीय स्तर पर फैला नेटवर्क
पूछताछ में सामने आया कि नौशाद और उसके साथी दिल्ली निवासी आशीष राहुल के साथ मिलकर फर्जी बैंक खाते खुलवाते थे और हर ट्रांजेक्शन पर कमीशन लेते थे। यह गिरोह कई राज्यों में सक्रिय था। पुलिस जांच में इन राज्यों की घटनाएं सामने आईं:
तमिलनाडु (तिरुप्पुर): शंकर गणेश से ₹24 लाख की ठगी
कर्नाटक (चिकमंगलुरु): पन्यम वासुदेवा से ₹42.52 लाख की ठगी
उत्तर प्रदेश (गाजियाबाद): तेजपाल और राम कुमार से कुल ₹5.52 करोड़ से अधिक की ठगी
जांच जारी, अन्य आरोपियों की तलाश
पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है। साइबर ठगी से जुड़े कई बैंक खातों को फ्रीज़ किया गया है और इस गिरोह की गतिविधियों की पड़ताल देशभर में की जा रही है।