कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। अमेरिका के एक प्रमुख विश्वविद्यालय में भारतीय मूल के एक छात्र पर नफरत के आधार पर हमला किया गया। इस घटना ने न केवल भारतीय समुदाय को झकझोर दिया, बल्कि अमेरिका में विदेशी छात्रों की सुरक्षा और उनके खिलाफ हो रहे नफरत अपराधों को लेकर गंभीर सवाल भी खड़े कर दिए हैं। इस हमले के बाद स्थानीय पुलिस और भारतीय दूतावास ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के एक विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र पर उस वक्त हमला किया गया जब वह विश्वविद्यालय के परिसर में जा रहा था। हमलावरों ने छात्र से नफरत और नस्लीय भेदभाव से भरे अपशब्द कहे और उसे शारीरिक रूप से भी नुकसान पहुँचाया। छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन वह मानसिक रूप से सदमे में है।
घटना के तुरंत बाद, विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस ने मामले की जानकारी ली और दोषियों की पहचान के लिए कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने इस हमले को नफरत से प्रेरित अपराध (Hate Crime) के रूप में दर्ज किया और सीसीटीवी फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की।
हमले का कारण
प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि हमलावरों ने भारतीय छात्र को उसके राष्ट्रीयता और रंग के कारण निशाना बनाया। छात्रों के मुताबिक, हमलावरों ने उसे “विदेशी” और “भारत से होने के कारण” अपमानित किया, जो कि नफरत आधारित अपराध का एक स्पष्ट उदाहरण है। हमलावरों ने पहले छात्र से बहस की और फिर उसे शारीरिक रूप से हमला किया।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
अमेरिकी पुलिस ने इस हमले को नफरत अपराध के रूप में स्वीकार किया और दोषियों को पकड़ने के लिए छानबीन तेज कर दी है। स्थानीय पुलिस ने कहा कि वे इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं और जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करेंगे। साथ ही, पुलिस ने इस बात की भी पुष्टि की है कि विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा को और बढ़ा दिया जाएगा ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने भी घटना के बाद एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने नफरत के आधार पर हुए हमले की कड़ी निंदा की। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे लिए सभी छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और हम इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। हम पीड़ित छात्र के परिवार और दोस्तों के साथ पूरी तरह से खड़े हैं।”
भारतीय दूतावास की भूमिका
भारत के अमेरिकी दूतावास ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। दूतावास ने पुलिस से आग्रह किया है कि वे मामले की जांच में त्वरित कार्रवाई करें और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए। भारतीय दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम इस घटना को नफरत अपराध के रूप में देख रहे हैं और हम अमेरिकी अधिकारियों से अपील करते हैं कि वे इस मामले की शीघ्र जांच करें और उचित कार्रवाई करें।” इसके अलावा, भारतीय दूतावास ने पीड़ित छात्र के परिवार से संपर्क किया और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। दूतावास ने यह भी कहा कि वह अमेरिकी अधिकारियों के साथ मिलकर इस प्रकार की घटनाओं के पुनरावृत्ति को रोकने के लिए काम करेगा। अमेरिका में नफरत अपराधों का मामला हाल के वर्षों में बढ़ा है, खासकर जब से कोविड-19 महामारी के दौरान एशियाई मूल के लोगों के खिलाफ भेदभाव और हिंसा की घटनाएँ बढ़ी थीं। कई भारतीय छात्रों और एशियाई मूल के अमेरिकियों ने इन हमलों के बारे में सार्वजनिक रूप से शिकायत की है और सरकार से कार्रवाई की मांग की है। अमेरिका में नफरत अपराधों के खिलाफ कानून मौजूद हैं, लेकिन इन अपराधों को रोकने के लिए अधिक प्रभावी उपायों की आवश्यकता है। यह हमला एक और संकेत है कि अमेरिकी समाज में नस्लीय और सांस्कृतिक भेदभाव को समाप्त करने के लिए और भी प्रयासों की जरूरत है।
भारतीय छात्रों के सुरक्षा मुद्दे
इस घटना ने भारतीय छात्रों के सुरक्षा संबंधी सवालों को भी फिर से उठाया है। भारत के छात्र अमेरिका, कनाडा, और अन्य देशों में उच्च शिक्षा के लिए जाते हैं, लेकिन कई बार उन्हें नस्लीय भेदभाव और हिंसा का सामना करना पड़ता है। इस तरह के हमलों के कारण छात्रों और उनके परिवारों में चिंता बढ़ रही है।
भारत सरकार और भारतीय दूतावास ने हमेशा विदेशी भूमि पर भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहल की है, लेकिन इस तरह की घटनाएं यह बताती हैं कि छात्रों को विदेशों में सुरक्षित महसूस कराने के लिए और कदम उठाने की आवश्यकता है अमेरिका में भारतीय छात्र पर नफरत के आधार पर हुआ हमला एक गंभीर मामला है, जो नस्लीय और सांस्कृतिक भेदभाव के खिलाफ अमेरिका में चल रही लड़ाई को और भी महत्वपूर्ण बना देता है। इस घटना के बाद अमेरिकी प्रशासन और पुलिस की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि वे ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाएं और भारतीय समुदाय के सदस्यों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करें। भारतीय दूतावास ने भी इस मामले में सक्रिय भूमिका निभाने का आश्वासन दिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।