राज्य ब्यूरो,लखनऊ । झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव जीतने के बाद 28 नवंबर को अकेले ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार को आगे के लिए टाल दिया गया था। अब, इस लंबे इंतजार के बाद, हेमंत सोरेन आज यानी गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। इस अवसर पर शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन राजभवन के अशोक उद्यान में होगा, जो दोपहर 12:15 बजे शुरू होगा। राजभवन सचिवालय ने इस संबंध में आधिकारिक सूचना जारी की है।
राज्यपाल करेंगे शपथ ग्रहण:
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। इस मंत्रिमंडल विस्तार में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) से पांच, कांग्रेस से चार और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से एक विधायक को मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। साथ ही, राज्यपाल प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी का भी शपथ ग्रहण कराएंगे। स्टीफन मरांडी को राज्य सरकार ने प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है, और वह 9 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे। विधानसभा सत्र 12 दिसंबर तक चलेगा।
नामों की घोषणा आज सुबह:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल विस्तार के नामों की अंतिम घोषणा बुधवार रात तक नहीं हो पाई थी। हालांकि, इस प्रक्रिया के दौरान बहुत काम चल रहा था और इसे अंतिम रूप दिया जा रहा था। राजभवन सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों के नाम तय होने में देरी को देखते हुए बुधवार रात को राजभवन कर्मचारियों को देर से छुट्टी दी गई थी, ताकि वे मंत्रियों के नामों के निमंत्रण पत्र तैयार कर सकें। गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा मंत्रियों के नामों की घोषणा की जाएगी।
कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के नाम फाइनल:
मंत्रिमंडल विस्तार से पहले बुधवार शाम को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर रांची पहुंचे। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो और कमलेश भी दिल्ली से वापस लौट आए। दिल्ली में कई विधायक मंत्री पद की लाबिंग के लिए कैंप किए हुए थे। गुलाम अहमद मीर ने इस मौके पर कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार में सभी वर्गों का ध्यान रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस कोटे के चार मंत्रियों के नाम तय हो गए हैं, जिनमें इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, राधाकृष्ण किशोर और शिल्पी नेहा तिर्की के नाम शामिल हैं।
मंत्रिमंडल विस्तार के महत्व:
हेमंत सोरेन का मंत्रिमंडल विस्तार राज्य की राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम है। सरकार को अपने कार्यों को प्रभावी तरीके से आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत मंत्रिमंडल की जरूरत थी। इस विस्तार से न केवल सरकार की कार्यप्रणाली मजबूत होगी, बल्कि विभिन्न वर्गों और समुदायों को उचित प्रतिनिधित्व भी मिलेगा।