कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। अमेरिकी केंद्रीय बैंक (US Fed) द्वारा ब्याज दरों में कटौती के फैसले के बाद भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। आज के शुरुआती सत्र में प्रमुख सूचकांकों में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई, जिससे निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बन गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हाल ही में अपनी बैठक में ब्याज दरों में कटौती का ऐलान किया, जो वैश्विक वित्तीय बाजारों में असर डालने वाला कदम साबित हुआ। हालांकि, US Fed ने यह कटौती आर्थिक मंदी के संकेतों और व्यापारिक दबावों के कारण की, लेकिन इसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा। विदेशी निवेशकों ने बाजार से अपने निवेश को कम करना शुरू कर दिया, जिसके कारण घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई।
सेंसेक्स और निफ्टी दोनों प्रमुख सूचकांकों में शुरुआती कारोबार में 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। सेंसेक्स 400 से 500 अंकों तक गिर गया, जबकि निफ्टी ने भी 150 से 200 अंक की गिरावट दर्ज की। इस गिरावट के मुख्य कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व का निर्णय था, जो निवेशकों के मनोबल को प्रभावित कर रहा है।
विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिकी फेड के फैसले का असर भारतीय बाजार पर दो कारणों से पड़ा है: पहला, फेड द्वारा लिए गए फैसले से वैश्विक वित्तीय अनिश्चितता बढ़ी है और दूसरा, भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, जो इस तरह के फैसलों पर प्रतिक्रिया देते हैं। हालांकि, भारतीय बाजारों के विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और आने वाले दिनों में बाजार में सुधार भी देखने को मिल सकता है। साथ ही, उन्हें उम्मीद है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियादी संरचना और घरेलू कारक बाजार को फिर से सहारा दे सकते हैं।