कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। विकासखंड की ग्राम पंचायत माधोटांडा के ग्राम प्रधान मोहम्मद नईम के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीणों ने डीएम को संबोधित एक ज्ञापन उप अधिकारी को सौंपा ज्ञापन में कहा कि सेल्हा गांव के किनारे सैयद सेल्हा मियां की प्राचीन दरगाह है। इस दरगाह पर हर वर्ष आजादी से पहले से ही उर्स का आयोजन होता चला रहा है। मेले में जनपद के अलावा प्रदेश भर से श्रद्धालु आते हैं। यहां पर सभी धर्म के लोग की आस्था है। दरगाह कमेटी 80 के दशक से बरेली रजिस्टर कार्यालय से पंजीकृत भी है। हर वर्ष दरगाह कमेटी द्वारा प्रशासन की अनुमति से मेले का आयोजन भी कराया जाता है। पिछले वर्ष कमेटी ने कुछ सदस्यों द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने और मेले के दौरान गलत कृत किए जाने पर कमेटी से निष्कासित कर दिया था।उसके बाद निष्कासित सदस्यों ने सेल्हा गांव के कुछ लोगों को गुमराह कर मेला न लगे देने के लिए उसका दिया था। उसके बाद से लगातार प्रशासन को भी गुमराह किया जाने लगा है। उन्हें निष्कासित सदस्यों के ही बहकावे में आकर मात्र कुछ लोगों ही मेला लगने का विरोध करने लगे और अब भी प्रशासन से झूठी शिकायत कर रहे हैं। जबकि उनके द्वारा की जाने वाली शिकायतें बिल्कुल ही निराधार हैं।मेले का आयोजन हमेशा ही शांतिपूर्ण ढंग से किया जाता है।
इसमें किसी प्रकार का कोई अवैध कृत नहीं होता है। मेले के दौरान कभी कोई शिकायत भी दर्ज नहीं हुई पिछले वर्ष गलत शिकायतों के आधार पर प्रशासन द्वारा मेला आयोजन की परमिशन नहीं दी गई थी। तब से श्रद्धालुओं को दरगाह पर जाने से भी रोका जा रहा है।मेला न लगनेऔर दरगाह पर जाने से रोके जाने पर क्षेत्र वासियों में काफी मायूसी है। निष्कासित सदस्यों द्वारा षड्यंत्र के चलते मेला आयोजन की परमिशन के लिए व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है और दरगाह पर जाने वाले लोगों को धमकाया भी जा रहा है। निष्कासित सदस्य और उनके लोग उर्स न होने देने की लगातार धमकी की दे रहे हैं।यह लोग षड्यंत्र के तहत सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इससे क्षेत्र के लोगों में काफी आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। इसको लेकर क्षेत्र वासियों समेत प्रदेश भर के श्रद्धालुओं में रोज व्याप्त है। ग्राम प्रधान सहित अन्य ग्रामीणों ने मेला आयोजित करने की मांग की है।