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Aaj Ka Panchang 13 January 2025: आज है पौष पूर्णिमा एवं लोहड़ी, पंचांग से नोट करें स्नान एवं पूजा का समय

धर्म
  • By Kanhwizz Times
  • Reported By: Kanwhizz Times
  • Updated: January 13, 2025

कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। 13 जनवरी को दो महत्वपूर्ण पर्व मनाए जा रहे हैं— पौष पूर्णिमा और लोहड़ी। दोनों पर्व भारतीय संस्कृति में अत्यधिक महत्व रखते हैं और इनका धार्मिक व सांस्कृतिक पहलू लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है। पौष पूर्णिमा के अवसर पर विशेष रूप से पवित्र नदियों में स्नान और पूजा का महत्व है, वहीं लोहड़ी को खासतौर से सर्दी के मौसम के अंत और फसल की कटाई के उत्सव के रूप में मनाया जाता है।

पंचांग के अनुसार आज का विवरण:
    •    तिथि: पौष माह की पूर्णिमा
    •    वार: रविवार
    •    नक्षत्र: पुष्य
    •    योग: वरियान
    •    करण: कौलव
    •    सूर्योदय: 07:09 AM
    •    सूर्यास्त: 05:44 PM
    •    चंद्रमा: कर्क राशि में
    •    राहुकाल: 12:00 PM से 01:30 PM तक

पौष पूर्णिमा का महत्व:
पौष पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से गंगा स्नान के लिए प्रसिद्ध है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सारे पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। विशेष रूप से गंगा, यमुन, और अन्य प्रमुख नदियों में स्नान का महत्व अधिक है। इस दिन पूजा, व्रत और दान करने से विशेष लाभ मिलता है।

लोहड़ी का महत्व:
लोहड़ी एक पंजाबी त्योहार है, जिसे सर्दी के मौसम के अंत और नए कृषि सीजन की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग आग के चारों ओर घूमते हैं, तिल, गुड़, और रेवड़ी का प्रसाद लेकर इसे अग्नि में अर्पित करते हैं और खुशी, समृद्धि की कामना करते हैं। लोहड़ी का पर्व खासतौर पर पंजाब और उत्तर भारत में धूमधाम से मनाया जाता है।

पौष पूर्णिमा और लोहड़ी पूजा का समय:
    •    पौष पूर्णिमा स्नान का शुभ मुहूर्त:
    •    सुबह 06:00 AM से 08:00 AM तक
    •    शाम 04:00 PM से 06:00 PM तक
    •    लोहड़ी पूजा का शुभ मुहूर्त:
    •    पूजा का समय: शाम 06:00 PM से 08:00 PM तक

विशेष पूजा विधि:
    1.    पौष पूर्णिमा पूजा:
    •    सुबह के समय स्नान के बाद, घर के मंदिर में देवी-देवताओं की पूजा करें।
    •    तिल, गुड़, और दान का महत्व है, अतः इनका दान करें।
    •    गंगा या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करना विशेष लाभकारी माना जाता है।
    •    व्रत रखने वाले इस दिन विशेष रूप से ताजे फल, सूखा मेवा और तिल से बने पकवानों का सेवन कर सकते हैं।
    2.    लोहड़ी पूजा:
    •    शाम को घर के आंगन या किसी खुले स्थान पर लकड़ियां जलाकर अग्नि तैयार करें।
    •    तिल, गुड़, रेवड़ी और मक्का के दानों को अग्नि में अर्पित करते हुए “आगे बढ़ो, खुश रहो” और “लोहड़ी की आग में जीवन की सभी मुश्किलें जल जाएं” के नारे लगाएं।
    

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