कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारी तेज कर दी है और इस बीच राहुल गांधी की एक बड़ी रैली ने पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का उत्साह बढ़ा दिया है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए कांग्रेस अब एक बार फिर से मैदान में उतरने को तैयार है और राहुल गांधी की रैली ने कांग्रेस के नेताओं में नए जोश का संचार किया है।
राहुल गांधी की रैली का असर:
राहुल गांधी ने दिल्ली में आयोजित अपनी रैली में न केवल दिल्ली के मुद्दों को प्रमुखता दी, बल्कि AAP और भाजपा की सरकारों को घेरते हुए कांग्रेस के पुराने कार्यों को याद दिलाया। उन्होंने खासतौर पर दिल्ली के लोगों के लिए कांग्रेस पार्टी की योजनाओं को पेश किया और दिल्ली में विकास की बात की। राहुल गांधी के भाषण ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का काम किया और दिल्ली में आगामी चुनावों के लिए पार्टी की तैयारी को बल दिया।
AAP के खिलाफ कांग्रेस की रणनीति:
कांग्रेस पार्टी दिल्ली में AAP को अपनी प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में देख रही है। राहुल गांधी ने अपनी रैली में यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस दिल्ली में सिर्फ विपक्षी पार्टी नहीं, बल्कि असली विकास और जनहित की पार्टी बनकर उभरेगी। उन्होंने AAP पर आरोप लगाया कि वह सिर्फ चुनावी राजनीति के लिए दिल्लीवासियों के मुद्दों से समझौता कर रही है और इस कारण आम लोगों को वास्तविक लाभ नहीं मिल पा रहा है।
कांग्रेस का चुनावी दृष्टिकोण:
कांग्रेस दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव में AAP के मजबूत गढ़ को चुनौती देने के मूड में है। पार्टी ने अपनी चुनावी रणनीति में दिल्ली के स्थानीय मुद्दों जैसे पानी, बिजली, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवा को प्रमुखता दी है। साथ ही, कांग्रेस ने यह भी तय किया है कि वह जनता से सीधे संवाद करेगी और उनके मुद्दों को पहले स्थान पर रखेगी।