डिजिटल डेस्क, लखनऊ । भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार से शुरू हो रहे दिन-रात्रि टेस्ट मैच के लिए एडिलेड ओवल की पिच पर हल्की घास छोड़ी जाएगी, जिससे पहले दिन तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है। हालांकि जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ेगा, गेंद पुरानी होने के साथ-साथ स्पिनरों की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।
एडिलेड ओवल के प्रमुख क्यूरेटर डेमियन हाग ने बताया कि पिच पर छह मिलीमीटर घास छोड़ी जाएगी, जिससे गेंद ज्यादा समय तक नई बनी रहेगी और तेज गेंदबाजों को शुरुआती दिनों में मदद मिलेगी। हाग ने कहा, “घास की मौजूदगी से तेज गेंदबाजों को पिच पर गति और उछाल मिलेगी। लेकिन जैसे-जैसे मैच बढ़ेगा, स्पिनरों को भी मदद मिलने की संभावना है।”
उन्होंने यह भी बताया कि एडिलेड में अक्सर फ्लड लाइट्स के तहत बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में क्यूरेटर का यह प्रयास रहेगा कि पिच पर ऐसी घास छोड़ी जाए, जो सूखी और सख्त हो, ताकि अधिक गति और उछाल मिल सके। हाग ने यह भी बताया कि वे यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मैच के सभी पहलु—तेज गेंदबाजों, स्पिनरों और बल्लेबाजों—को अपनी भूमिका निभाने का अवसर मिले।
यह पिच टेस्ट मैच के दौरान दोनों टीमों के लिए चुनौतीपूर्ण होगी, क्योंकि पहले दिन तेज गेंदबाजों का दबदबा रहेगा, जबकि बाद के दिनों में गेंद का पुराना होना और पिच पर स्पिन का असर खेल के रूझान को बदल सकता है। ऐसे में यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए रोमांचक साबित हो सकता है।