कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 जनवरी 2025 को संसद बजट सत्र के दौरान अपने संबोधन में विपक्ष पर तीखा निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बार संसद में विपक्ष द्वारा कोई “चिंगारी नहीं उठी”, जो इस बात का संकेत था कि विपक्ष अपनी रणनीतियों और आलोचनाओं में पिछड़ चुका है। उनका यह बयान संसद के बजट सत्र के पहले दिन आया, जब प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की नीतियों और उपलब्धियों को सामने रखा।
पीएम मोदी का बयान:
प्रधानमंत्री मोदी ने संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा, “इस बार किसी कोने से कोई चिंगारी नहीं उठी, जैसे पहले हुआ करती थी। यह खुद में एक संकेत है कि जनता ने हमारी नीतियों को समझ लिया है और विपक्ष के आरोपों का असर अब कम हो चुका है।”
यह बयान खासतौर पर विपक्ष की ओर इशारा करते हुए दिया गया, जो अक्सर सरकार की नीतियों और फैसलों पर सवाल उठाता है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने विकास और जनता के कल्याण के लिए निरंतर काम किया है और “विपक्ष का विरोध अब मात्र राजनीति तक ही सीमित रह गया है, जबकि लोगों की नीतियों में उनका विश्वास गहरा हुआ है।”
बजट सत्र की अहमियत:
इस बजट सत्र में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगामी वर्ष के लिए बजट पेश करने का कार्य किया। इस सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, जिनमें सरकारी योजनाओं की समीक्षा, विकास की दिशा, और राष्ट्रीय आर्थिक नीति के साथ-साथ जनता के हित में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर विस्तृत चर्चा होगी।
विपक्ष की प्रतिक्रिया:
विपक्ष ने भी इस सत्र में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि सरकार ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान नहीं दिया और बजट में जनता की वास्तविक समस्याओं को नजरअंदाज किया है। विपक्ष ने महंगाई, बेरोजगारी, और कृषि संकट जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाने की बात की है।