कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान में एक दिलचस्प घटना घटी, जब अंग्रेजों ने जापानी कुंभ मेले (जिसे 'ओम्बू' के नाम से जाना जाता है) के बारे में अफवाह फैलाई। अफवाह यह थी कि जापान में कुंभ मेले के दौरान भीड़ पर बम गिराए जाएंगे। यह अफवाह युद्ध के दौरान डर और असुरक्षा की स्थिति का हिस्सा थी, जिसमें अंग्रेजों का उद्देश्य था कि वे लोगों को डराकर इस धार्मिक आयोजन में भाग लेने से रोकें।
इसके बावजूद, जापान के विभिन्न हिस्सों से लाखों लोग इस मेला में शामिल होने के लिए पहुंचे। यह घटना जापान के लोगों के विश्वास और उनके सांस्कृतिक परंपराओं के प्रति मजबूत निष्ठा को दर्शाती है। लोग अफवाहों से बेखबर रहे और अपने धार्मिक कर्तव्यों को पूरा करने के लिए भारी संख्या में एकत्रित हुए। इस घटना ने यह सिद्ध किया कि युद्ध और अफवाहें लोगों के मनोबल को तो प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन उनके सांस्कृतिक और धार्मिक विश्वासों को तोड़ना आसान नहीं होता। लाखों लोग इस मेले में शांति और समृद्धि की कामना के लिए शामिल हुए, और यह घटना जापान के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई।