कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क । सरकार में खर्चों की कटौती के लिए गठित टास्क फोर्स में एलन मस्क का कार्यकाल समाप्त होने को है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें एक नई और बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी है। ट्रंप ने अपने अरबपति सहयोगी और डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के प्रमुख मस्क को एक ऐसा सिस्टम बनाने का टास्क दिया है, जो अमीर अप्रवासियों को अमेरिका का नया 'गोल्ड कार्ड' वीजा देने की प्रक्रिया को संभाले।
5 मिलियन डॉलर में 'विशेष वीज़ा'
रिपोर्ट्स के अनुसार, मस्क की टीम से जुड़े इंजीनियर एक ऐसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर काम कर रहे हैं, जिसके ज़रिए 5 मिलियन डॉलर की कीमत वाले इस विशेष आव्रजन वीजा के लिए आवेदन किया जा सकेगा। यह पहल अमेरिका में उच्च निवेशकों और हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों को आकर्षित करने के उद्देश्य से की जा रही है।
सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर काम
DOGE टीम इस वीजा पोर्टल को विकसित करने के लिए अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट, होमलैंड सिक्योरिटी विभाग और यूनाइटेड स्टेट्स सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) के साथ मिलकर काम कर रही है।
क्या है 'गोल्ड कार्ड' की खासियत?
फरवरी के अंत में ट्रंप प्रशासन ने 'गोल्ड कार्ड' नाम से एक नया आव्रजन कार्यक्रम प्रस्तावित किया था, जो मुख्य रूप से दुनिया के सबसे अमीर और प्रभावशाली लोगों के लिए अमेरिका की नागरिकता का रास्ता खोलता है। हालांकि, इस कार्यक्रम के बारे में सार्वजनिक रूप से बहुत कम विवरण साझा किए गए हैं।
बताया जा रहा है कि यह योजना मौजूदा EB-5 वीजा कार्यक्रम की जगह लेगी। EB-5 वीजा उन विदेशी नागरिकों को स्थायी निवास प्रदान करता है जो अमेरिका में $800,000 से $1.05 मिलियन तक का निवेश कर कम से कम 10 नौकरियों का सृजन करते हैं।
लॉन्च के पहले ही दिन 1000 वीज़ा बेचे गए
इस 'गोल्ड कार्ड' वीजा कार्यक्रम की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लॉन्च के पहले ही दिन 1000 से अधिक गोल्ड कार्ड वीज़ा बेचे जा चुके हैं। यह अमेरिका में हाई-वैल्यू इमीग्रेशन की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।