कैनविज टाइम्स, अन्तर्राष्ट्रीय डेस्क। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि अमेरिका के साथ प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) पर बातचीत में भारत सरकार अपने देश और जनता के हितों की पूरी तरह से रक्षा करेगी। उन्होंने कहा कि कोई भी कदम जल्दबाजी में उठाना उचित नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि भारत की सभी व्यापार वार्ताएं 'भारत पहले' के दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रही हैं, जिससे 2047 तक 'विकसित भारत' का मार्ग सुनिश्चित होगा।
नई दिल्ली में आयोजित इटली-भारत व्यापार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी फोरम में पीयूष गोयल ने भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि दोनों पक्षों के आर्थिक संबंधों को मजबूती मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप गलियारा (IMEEC) भारत और इटली को एक-दूसरे के और करीब लाने का अवसर प्रदान करेगा, जिससे दोनों देशों के बीच निर्बाध व्यापार और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान, जब उनसे भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते की प्रगति के बारे में पूछा गया, तो पीयूष गोयल ने कहा कि भारत कभी भी किसी देश के साथ दबाव डालकर बातचीत नहीं करता। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत सहित 75 देशों पर पारस्परिक टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगाने के बाद आया है।
याद दिलाते हुए, इस साल फरवरी में भारत और अमेरिका ने व्यापार समझौते के पहले चरण पर काम करने पर सहमति जताई थी। दोनों देशों ने सितंबर-अक्टूबर 2025 तक इस समझौते के पहले चरण को अंतिम रूप देने का लक्ष्य रखा है। इस समझौते का उद्देश्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को वर्तमान 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना कर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाना है।