कैनविज टाइम्स, डिजिटल डेस्क ।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आई.आईं.एम रोड पर बच्चो का विश्व स्तरीय इंटेंसिव केयर हॉस्पिटल अल्टिस कश्यप इंस्टीट्यूट ऑफ पेड्राइटिक का उद्घाटन मुख्य अतिथि बीजेपी से मलीहाबाद की विधायिका जय देवी कौशल ने फीता काटकर किया।इस मौक़े पर उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के खुलने से अब गंभीर रूप से बीमार बच्चों को इलाज के लिए दूर-दराज के शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी,जिससे उनके इलाज की सफलता दर में महत्वपूर्ण सुधार आने की उम्मीद है।पीडियाट्रिक डायलिसिस पीडियाट्रिक एंडोस्कोपी और कोलोनोस्कोपी ब्रोंकोस्कोपी जो अभी तक लखनऊ में किसी भी अस्पताल में उपलब्ध नहीं थी।यह अस्पताल लखनऊ व उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए वरदान साबित होगी।विधायिका ने निदेशक से मानवता के आधार पर इलाज पर हर वर्ग विशेष का ध्यान रखे जाने की जरूरत पर जोर दिया।वही अस्पताल ने निदेशक ने बताया कि 120 बिस्तरों वाला अत्याधुनिक सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल
लखनऊ में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में एक बड़ी पहल करते हुए यह अस्पताल विशेष रूप से गंभीर रूप से बीमार नवजात शिशुओं और बच्चों को विश्व स्तरीय देखभाल प्रदान करने के लिए कृत संकल्पित है। यह नया अस्पताल 'कटिंग एज' तकनीक और 'स्टेट ऑफ आर्ट' सुविधाओं से सुसज्जित है,जो इसे उत्तरी भारत के सर्वश्रेष्ठ बाल चिकित्सा केंद्रों में से एक बनाता है।अस्पताल का मुख्य ध्यान गहन चिकित्सा देखभाल (इंटेंसिव केयर) पर है।इस अस्पताल में मुख्यता उपकरण और सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं जिसमें आईएनओ(Inhaled Nitric Oxide) थेरेपी यूनिट,यह गंभीर हृदय और फेफड़ों की समस्याओं वाले नवजात शिशुओं के इलाज में सहायक है। एचएफओ (High-Frequency Oscillatory) वेंटिलेटर,यह विशेष वेंटिलेटर नवजात शिशुओं के नाजुक फेफड़ों को नुकसान पहुँचाए बिना उन्हें प्रभावी ढंग से साँस लेने में मदद करता है।अत्याधुनिक इनक्यूबेटर(Incubators):ये इनक्यूबेटर समय से पहले जन्मे (Premature) शिशुओं के लिए माँ के गर्भ जैसा नियंत्रित और सुरक्षित वातावरण प्रदान करते हैं।एप्निया मॉनिटर (Apnea Monitors),ये उपकरण लगातार शिशुओं की श्वास गति पर नज़र रखते हैं और श्वास में रुकावट (Apnea) की तुरंत पहचान कर अलार्म बजाते हैं,जिससे त्वरित हस्तक्षेप संभव हो पाता है।इस अस्पताल में अनुभवी विशेषज्ञों की टीम बाल चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर,प्रशिक्षित नर्सें और सहायक कर्मचारी चौबीसों घंटे सेवा के लिए उपलब्ध हैं।यह टीम नवजात गहन चिकित्सा इकाई (NICU) और बाल गहन चिकित्सा इकाई (PICU) में सबसे जटिल मामलों को संभालने में सक्षम है।वही उद्घाटन के इस मौक़े पर निदेशक डॉ. सूरज मिश्रा,निदेशक डॉ. दिग्विजय चौधरी,निदेशक डॉक्टर अभिनव अग्रवाल, डॉ. श्रीश भटनागर,डॉ. पियूष कुमार,डॉ.विक्रांत आनंद,डॉ.शिवानी बाजपेई,डॉ.आरिफ,डॉ.नाज़िश,डॉ. प्रतिक्षा,डॉ.गौरव कोहली,डॉ.साक्षी शर्मा,डॉ.अजय शर्मा,डॉ.भारती सहित अन्य सम्मानित लोग शामिल रहे।

