कैनविज टाइम्स, धर्म डेस्क। हिंदू धर्म में मां लक्ष्मी को धन, ऐश्वर्य, और समृद्धि की देवी माना जाता है। मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ अत्यंत फलदायक माना गया है। अष्टलक्ष्मी, मां लक्ष्मी के आठ रूपों का प्रतिनिधित्व करती हैं—आदि लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, विजय लक्ष्मी, विद्या लक्ष्मी और धैर्य लक्ष्मी।
प्रतिदिन या विशेष रूप से शुक्रवार के दिन इस स्तोत्र का श्रद्धा पूर्वक पाठ करने से जीवन में सुख-समृद्धि, अन्न-धन और शांति का आगमन होता है। विशेष रूप से दीपावली, शुक्रवार, अक्षय तृतीया और पूर्णिमा के दिन इसका जाप अत्यधिक फलदायक माना जाता है।
पंडितों के अनुसार, सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर देवी लक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाकर अष्टलक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों के घर को धन-धान्य से भर देती हैं।
अगर आप भी आर्थिक तंगी, पारिवारिक संकट या व्यापार में रुकावट से परेशान हैं, तो नियमित रूप से इस स्तोत्र का पाठ आपके जीवन की दिशा बदल सकता है।