कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। दिल्ली की सड़कों पर नई बसों के उतरने की प्रक्रिया जारी है, और दिल्ली परिवहन विभाग (DTC) ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अनुसार, दिल्ली सरकार का लक्ष्य 2025 तक DTC के बेड़े में 8,000 अतिरिक्त इलेक्ट्रिक बसें जोड़ने का है, जिससे कुल संख्या 10,000 से अधिक हो जाएगी। इसमें से 80 प्रतिशत बसें इलेक्ट्रिक होंगी, जो प्रदूषण कम करने और सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने में सहायक होंगी।
इसके लिए DTC के विभिन्न डिपो जैसे द्वारका सेक्टर-2, राजघाट-1, श्रीनिवास पुरी, आंबेडकर नगर, केशोपुर, रोहिणी-4, और नांगलोई में विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। इन डिपो में वर्कशॉप भी तैयार की जा रही हैं, ताकि नई बसों का संचालन सुचारू रूप से किया जा सके। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, जैसे-जैसे बसों की आपूर्ति होगी, उन्हें संबंधित डिपो में आवंटित कर संचालन शुरू किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, दिल्ली सरकार ने 1 जनवरी 2025 से केवल इलेक्ट्रिक या बीएस-VI मानकों वाली वातानुकूलित सीएनजी बसों को प्रीमियम बस सेवा में शामिल करने की योजना बनाई है। इन बसों में एप सपोर्ट, सीसीटीवी कैमरे, और पैनिक बटन जैसे सुरक्षा उपाय होंगे। इसके साथ ही, यात्रियों की सुविधा के लिए बसों के मार्ग और समय की जानकारी मोबाइल या वेब आधारित एप्लिकेशन पर उपलब्ध कराई जाएगी।
इस पहल से दिल्लीवासियों को बेहतर, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन सेवाएं मिलेंगी, जो यातायात की समस्या और प्रदूषण को कम करने में सहायक होंगी।