• थिंक हेल्थ, थिंक फार्मासिस्ट रही इस वर्ष की थीम

लखनऊ, कैनविज टाइम्स संवाददाता। इंटीग्रल यूनिवर्सिटी के फ़ैकल्टी ऑफ़ फ़ार्मेसी ने स्कूल ऑफ़ फ़ार्मास्यूटिकल साइंसेज़ के सहयोग से गुरुवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया। इस वर्ष का थीम “थिंक हेल्थ, थिंक फार्मासिस्ट रहा। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई जिसे फ़ैकल्टी ऑफ़ फ़ार्मेसी के डीन प्रो. सैयद मिसबाहुल हसन ने दिया। उन्होंने स्वास्थ्य व्यवस्था में फार्मासिस्ट की अहम भूमिका पर प्रकाश डाला और विभाग की उपलब्धियों का उल्लेख किया कि लगातार एनआईआरएफ फार्मेसी रैंकिंग में शीर्ष 50 संस्थानों में स्थान प्राप्त कर रहा है। मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश राज्य फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन संदीप बंडोला ने फार्मेसी एक्ट 1948 के महत्व को रेखांकित किया और फार्मासिस्टों को अपने पेशे पर गर्व करने की प्रेरणा दी। उन्होंने दवा सुरक्षा, दुष्प्रभाव और दवाओं के तार्किक उपयोग पर जागरूकता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर भी बल दिया। इस अवसर पर प्रमोद कुमार त्रिपाठी पंजीयक, यूपी स्टेट फार्मेसी काउंसिल, रमेश चंद्र श्रीवास्तव स्टेट नोमिनी, फार्मेसी काउंसिल, अखिल सिंह उपाध्यक्ष, यूपी स्टेट फार्मेसी काउंसिल, डॉ. शिल्पी त्रिपाठी सीनियर डाइटिशियन, एसजीपीजीआई, लखनऊ और खान अहमद बाज़र्गन डिप्टी मैनेजर, विप्रो मौजूद रहे। इस मौके पर विजेताओं और प्रतिभागियों को पदक व प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम का समापन फार्मासिस्ट शपथ और राष्ट्रीय गान के साथ हुआ।
