कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क।दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ आम आदमी पार्टी(आआपा) के विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोपों की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) से जांच कराने का आदेश दिया है।
उपराज्यपाल कार्यालय ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में कहा, “आम आदमी पार्टी (आआपा) आरोप लगा रही है कि भाजपा उसके विधायकों को पार्टी छोड़ने और भाजपा में शामिल होने के लिए रिश्वत की पेशकश कर रही है। उपराज्यपाल ने निर्देश दिया है कि सच्चाई का पता लगाने के लिए इस मामले की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के माध्यम से गहन जांच की जानी चाहिए।”
मुख्य सचिव को यह निर्देश दिल्ली भाजपा महासचिव विष्णु मित्तल द्वारा उपराज्यपाल कार्यालय को दिए गए ज्ञापन के जवाब में दिया गया।
मित्तल ने पत्र में आआपा के संयोजक अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह के आरोपों को लेकर उपराज्यपाल से जांच कराने की अपील की थी। विष्णु मित्तल ने पत्र में लिखा है कि उपराज्यपाल भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और किसी अन्य जांच एजेंसी को निर्देश दें कि वे आआपासंयोजक अरविंद केजरीवाल और सांसद संजय सिंह द्वारा आआपा के मौजूदा सात विधायकों को 15 करोड़ रुपये की रिश्वत देने के आरोपों के संबंध में एफआईआर दर्ज करें और विस्तृत जांच करें।
पत्र में मित्तल ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एवं संजय सिंह को बुलाया जाए और विधायकों से संपर्क करने वाले व्यक्ति के विवरण तथा संपर्क के तरीके और माध्यम आदि के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जाए। उन्होंने कहा कि संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोप बहुत गंभीर हैं। उनके आरोपों की गंभीर और तत्काल जांच की आवश्यकता है क्योंकि उन्होंने इस तथ्य को साबित करने के लिए कोई सबूत या साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है कि किस-किस व्यक्ति को फोन आया और किस नंबर से और किस व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया।