कैनविज टाइम्स,राजनीतिक डेस्क।अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस के बयान और उनकी गतिविधियों को लेकर भारतीय राजनीति में तीखी बहस छिड़ गई है। कांग्रेस और भाजपा के बीच इस मुद्दे पर जुबानी जंग तेज हो गई है, जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी शामिल हैं।
जॉर्ज सोरोस का बयान:
फरवरी 2023 में, जॉर्ज सोरोस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा था कि अडानी समूह के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद भारत में लोकतंत्र फिर से जाग सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि मोदी लोकतंत्र का समर्थन नहीं करते हैं। 
भा.ज.पा. की प्रतिक्रिया:
भा.ज.पा. ने जॉर्ज सोरोस के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सोरोस अब भारत के लोकतंत्र को तोड़ना चाहते हैं।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया:
कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के कई नेता और संगठन जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्त पोषित फंडों से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल उठाया कि यदि सोरोस देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, तो भाजपा उनके साथ क्यों जुड़ी हुई है।