कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आगामी चुनावों के लिए अपने चुनावी प्लेटफार्म को तैयार कर लिया है, जिसमें पार्टी ने राज्य में द्रविड़ राजनीति की प्रमुख पार्टी DMK (द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम) की विचारधारा को चुनौती देने का निर्णय लिया है। भाजपा ने राज्य में अपनी राजनीतिक रणनीति के तहत ‘हिंदुत्व’ और ‘विकास’ के मुद्दे को प्रमुखता से रखा है, जबकि DMK की ओर से चलाए गए द्रविड़ विचारधारा को कटघरे में खड़ा करने के लिए भाजपा ने इसे विरोधी नजरिये से पेश किया है।
भा.ज.पा. का मानना है कि तमिलनाडु में अब जनता द्रविड़ राजनीति की सीमाओं और इसके वादों से उब चुकी है। पार्टी ने राज्य के लिए विकास के नए मॉडल का प्रस्ताव रखा है, जो राज्य के लोगों के बीच एक नए प्रकार के राजनीतिक विमर्श को जन्म दे सकता है। भाजपा का कहना है कि उनका दृष्टिकोण केवल तमिलनाडु के लोगों के विकास को केंद्रित करेगा, जिसमें राज्य के सांस्कृतिक धरोहर, सामाजिक समरसता और आर्थिक प्रगति को ध्यान में रखा जाएगा।
भा.ज.पा. की योजना DMK के द्वारा कथित तौर पर किए गए सामाजिक ध्रुवीकरण, सांप्रदायिक राजनीति और परिवारवाद के खिलाफ भी आक्रामक रूप से मैदान में उतरने की है। पार्टी ने यह भी साफ किया है कि वे राज्य में हिंदू धर्म और तमिल संस्कृति के संरक्षण के लिए अपनी भूमिका निभाएंगे।
इस प्लेटफार्म के तहत भाजपा तमिलनाडु में एक नई राजनीतिक जमीन तैयार करने की उम्मीद कर रही है, जो राज्य के स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता देकर राज्य के विभिन्न वर्गों को साथ लाने की कोशिश करेगी।