कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। पटियाला हाउस कोर्ट के स्पेशल जज चंदरजीत सिंह ने 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा की एनआईए हिरासत की मांग पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। यह फैसला आज यानी 29 अप्रैल को सुनाया जाएगा। तहव्वुर राणा की एनआईए हिरासत आज समाप्त हो रही थी, जिसके बाद एनआईए ने उसे कोर्ट में पेश किया था।
तहव्वुर राणा, जो पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली, जो इस हमले का एक प्रमुख कड़ी था, राणा का करीबी सहयोगी था। कोर्ट ने पहले ही तहव्वुर राणा की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत करने की अनुमति मांगी थी।
एनआईए हिरासत की अवधि:
10 अप्रैल को तहव्वुर राणा को दिल्ली के पालम वायुसेना अड्डे पर गिरफ्तार किया गया था, जब अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से प्रत्यर्पण के खिलाफ उसकी याचिका खारिज हो गई थी। तत्पश्चात, उसे भारतीय एजेंसियों द्वारा अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया था।
तहव्वुर राणा का कनेक्शन:
64 वर्षीय तहव्वुर राणा और डेविड कोलमेन हेडली बचपन के दोस्त थे और दोनों एक ही सैनिक स्कूल से पढ़े थे। राणा ने मुंबई में एक एजेंसी खोली थी, जो हेडली की मदद के लिए काम करती थी, ताकि मुंबई हमले के लिए उसकी योजनाओं को अंजाम दिया जा सके।
कोर्ट ने 24 अप्रैल को तहव्वुर राणा की याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उसने अपने परिवार से बात करने की अनुमति मांगी थी। अब कोर्ट में फैसला सुरक्षित रख लिया गया है और आज इस पर अंतिम निर्णय सुनाया जाएगा। यह मामला 26/11 के आतंकी हमले से जुड़ा हुआ है, जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे, और तहव्वुर राणा की भूमिका इस हमले की साजिश को अंजाम देने में थी।