कैनविज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जनवरी को भारतीय नौसेना के तीन नए युद्धपोत INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर को देश को समर्पित किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि यह दिन भारतीय समुद्री विरासत और ताकत के लिहाज से ऐतिहासिक है। इन युद्धपोतों की शुरुआत भारत के समुद्री सुरक्षा तंत्र को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
पीएम मोदी ने गुजरात के पोर्ट शहर से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इन युद्धपोतों का उद्घाटन किया। उनका कहना था कि भारत का समुद्री सामर्थ्य लगातार बढ़ रहा है, और इन युद्धपोतों के शामिल होने से भारतीय नौसेना की ताकत में और इजाफा होगा। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह युद्धपोत आधुनिक तकनीक से लैस हैं, और इनसे भारतीय समुद्री सुरक्षा में महत्वपूर्ण सुधार होगा।
समुद्री सुरक्षा में सुधार:
INS सूरत, INS नीलगिरी और INS वाघशीर को विशेष रूप से समुद्र की गहराई और विभिन्न मौसम स्थितियों में ऑपरेट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये पोत न केवल रक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि भारत की समुद्री व्यापारिक गतिविधियों और जलमार्गों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेंगे। पीएम मोदी ने इस अवसर पर भारत के बढ़ते समुद्री सामर्थ्य को लेकर गर्व व्यक्त किया और कहा कि देश की नौसेना आज दुनिया की सबसे मजबूत नौसेनाओं में से एक बन गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कदम को “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण से भी जोड़ा, और कहा कि यह भारत की रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय नौसेना को भविष्य में और भी अधिक आधुनिक और सक्षम बनाने का संकल्प लिया।