कैनवीज टाइम्स,डिजिटल डेस्क। रूस के परमाणु सेना प्रमुख, इगोर किरीलोव, एक बम धमाके में मारे गए हैं। यह घटना एक प्रमुख सुरक्षा खतरे का संकेत है, क्योंकि रूस के परमाणु बलों के शीर्ष अधिकारी का इस प्रकार का नुकसान हो गया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इगोर किरीलोव की मौत एक खतरनाक बम हमले में हुई, जिसमें 300 ग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। धमाका इतना शक्तिशाली था कि उसने चार मंजिला इमारत को पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना में भारी तबाही हुई और कई लोग घायल हो गए, हालांकि किरीलोव की जान नहीं बच सकी। रूसी अधिकारियों ने इस हमले को गंभीर सुरक्षा उल्लंघन और देश के भीतर एक बड़ी साजिश के रूप में देखा है। हमला एक खास उद्देश्य को लेकर किया गया था, क्योंकि किरीलोव परमाणु सेना के प्रमुख थे और उनके ऊपर हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित माना जा रहा है। धमाके के बाद, सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक हमलावरों के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है।इगोर किरीलोव की मौत रूस के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि उन्होंने परमाणु सुरक्षा और रणनीतिक बलों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। रूस के उच्च अधिकारियों ने इस घटना की निंदा की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा किया है। यह हमला रूस के भीतर संभावित आतंकी गतिविधियों या अन्य राजनीतिक घटनाओं को लेकर चिंताओं को बढ़ा सकता है। सरकार ने इस हमले के पीछे की साजिश को समझने के लिए जांच को तेज कर दिया है।
स्कूटर में छिपाया गया था बम
रूस की जांच कमेटी ने कहा कि एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में बम को छिपाया गया था। मंगलवार को बम विस्फोट में परमाणु सुरक्षा बलों के प्रभारी वरिष्ठ रूसी जनरल की जान चली गई। लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव रूस के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा बलों के प्रमुख के पद पर तैनात थे।
फोटो में दिखे दो शव
रूसी टेलीग्राम चैनलों पर पोस्ट की गई तस्वीरों में मलबे से अटी एक इमारत का टूटा हुआ प्रवेश द्वार और खून से सनी बर्फ में पड़े दो शव दिख रहे हैं। मामले बम धमाके की जांच में जुट गई है। रूस के रेडियोधर्मी, रासायनिक और जैविक रक्षा सैनिकों को RKhBZ के तौर पर भी जाना जाता है। यह विशेष बल रेडियोधर्मी, रासायनिक और जैविक संदूषण की स्थितियों में काम करते हैं ।